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हरियाली परियोजना के तहत 2 साल पहले लगाए गए 2 हजार पौधे, एक भी नहीं बचा

हरियाली परियोजना के तहत 2 हजार पौधे लगाए गए, लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण एक भी पौधा नहीं बचा. SDM ने जांच कराने की बात कही है.

Case of negligence in hariyali pariyojna
हरियाली परियोजना में लापरवाही का मामला
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Published : Jun 1, 2020, 6:03 AM IST

Updated : Jun 1, 2020, 7:14 AM IST

धमतरी: हरियाली परियोजना में लापरवाही का मामला सामने आया है. मामला बगौद गांव का है, जहां 9 लाख रुपए की लागत से 2 हजार पौधे लगाए गए थे. काम बगौद पंचायत ने महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के तहत पूरा कराया था, लेकिन जिस जगह पर पौधे रोपे गए, वहां देखभाल की कमी और लापरवाही के कारण कोई पौधा पेड़ नहीं बन सका.

ग्रामीणों की मानें तो पौधे लगाए गए थे, लेकिन उसकी उचित देखभाल नहीं की गई. पौधों को सही तरीके से पानी नहीं मिला. इसके साथ ही जानवरों से बचाने के लिए कोई पहरेदार भी नियुक्त नहीं किया गया. इसके अलावा कांटे के तारों से एरिया को अच्छी तरह से घेरा भी नहीं गया, ऐसे में नतीजा ये हुआ कि पौधे पूरी तरह से बर्बाद हो गए.

हरियाली परियोजना में लापरवाही

भ्रष्टाचार के आरोप

ग्रामीणों ने मामले में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि इस योजना के तहत मिले पैसों का सही इस्तेमाल नहीं किया गया. इसके अलावा पैसों का बंदरबांट भी हुआ है. जितने पैसे मिले, उन्हें काम में नहीं लगाया गया है, साथ ही ग्रामीणों ने इस पर जांच की मांग की है.

प्रशासन को खबर ही नहीं

9 लाख की इस योजना के तहत 2017-18 में पौधे रोपे गए थे, लेकिन एक भी पौधा नहीं बचा. मामले की जानकारी प्रशासन को नही है. मामले पर कुरुद SDM योगिता देवांगन ने जानकारी नहीं होने की बात कही है. SDM ने मीडिया से इसकी जानकारी मिलने की बात कही है, साथ ही मामले में जांच कर कार्रवाई की बात कही है.

धमतरी: हरियाली परियोजना में लापरवाही का मामला सामने आया है. मामला बगौद गांव का है, जहां 9 लाख रुपए की लागत से 2 हजार पौधे लगाए गए थे. काम बगौद पंचायत ने महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के तहत पूरा कराया था, लेकिन जिस जगह पर पौधे रोपे गए, वहां देखभाल की कमी और लापरवाही के कारण कोई पौधा पेड़ नहीं बन सका.

ग्रामीणों की मानें तो पौधे लगाए गए थे, लेकिन उसकी उचित देखभाल नहीं की गई. पौधों को सही तरीके से पानी नहीं मिला. इसके साथ ही जानवरों से बचाने के लिए कोई पहरेदार भी नियुक्त नहीं किया गया. इसके अलावा कांटे के तारों से एरिया को अच्छी तरह से घेरा भी नहीं गया, ऐसे में नतीजा ये हुआ कि पौधे पूरी तरह से बर्बाद हो गए.

हरियाली परियोजना में लापरवाही

भ्रष्टाचार के आरोप

ग्रामीणों ने मामले में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि इस योजना के तहत मिले पैसों का सही इस्तेमाल नहीं किया गया. इसके अलावा पैसों का बंदरबांट भी हुआ है. जितने पैसे मिले, उन्हें काम में नहीं लगाया गया है, साथ ही ग्रामीणों ने इस पर जांच की मांग की है.

प्रशासन को खबर ही नहीं

9 लाख की इस योजना के तहत 2017-18 में पौधे रोपे गए थे, लेकिन एक भी पौधा नहीं बचा. मामले की जानकारी प्रशासन को नही है. मामले पर कुरुद SDM योगिता देवांगन ने जानकारी नहीं होने की बात कही है. SDM ने मीडिया से इसकी जानकारी मिलने की बात कही है, साथ ही मामले में जांच कर कार्रवाई की बात कही है.

Last Updated : Jun 1, 2020, 7:14 AM IST
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