धमतरी: लॉकडाउन और कोरोना वायरस के डर के कारण लोगों का दूसरे राज्यों से लौटने का सिलसिला जारी है. दूसरे राज्यों में फंसे मजदूर, छात्र और दूसरे कामकाजी लोग लगातार वापस लौट रहे हैं. प्रशासन ऐसे लोगों को क्वॉरेंटाइन कर रहा है, लेकिन कुछ लोग जानकारी के अभाव में और कुछ लोग लापरवाही बरतते हुए सीधे घर पहुंच रहे हैं. जिसकी सूचना प्रशासन को भी नहीं मिल पा रही है. ऐसे में कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलने के डर से इंकार नहीं किया जा सकता है.
दरअसल, कोरोना महामारी के चलते पूरे देश में लॉकडाउन है. ऐसे में सार्वजनिक परिवहन के साधनों को बंद कर दिया गया है, जिसकी वजह से प्रवासी मजदूर और अन्य राज्यों में पढ़ रहे छात्र अपने वाहनों से घर वापस लौट रहे हैं. जिसकी जानकारी प्रशासन को मिल रही है. उन्हें आस-पास के क्वॉरेंटाइन सेंटर में ठहराया जा रहा है, लेकिन कुछ लोग लापरवाही बरत रहे हैं और प्रशासन को सूचना ही नहीं दे रहे हैं.
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लोगों को सता रहा डर
स्थानीय लोगों का कहना है कि कई लोग ऐसे हैं, जो दूसरे प्रदेश से आने के बाद सीधे अपने घर जा रहे हैं, उसके बाद ही जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दे रहे हैं. जबकि देखा जाए तो निर्देश हैं, कि प्रशासन को पहले सूचना देनी है. लोगों का कहना है कि, ऐसा करने वाले लोगों को पूरे परिवार के साथ क्वॉरेंटाईन किया जाना चाहिए. इनका कहना है कि पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा बढ़ गया है. लोग में काफी दहशत में हैं.
पुलिस पर लापरवाही का आरोप
स्थानीय लोगों की मानें तो जिले में कई ऐसे रसूखदार लोग हैं, जो बाहर से आने के बाद भी जानकारी छिपा रहे हैं, जिनके उपर पुलिस प्रशासन महरबान है. वहीं दूसरी ओर पुलिस प्रशासन बाहर से आने वाले गरीब तबके के लोगों के उपर कार्रवाई कर रहा है, जबकि शहर मे कई ऐसे लोग हैं, जो अन्य प्रदेशों से आने के बाद भी जानकारी किसी को भी नहीं दे रहे हैं. वहीं मामले में पुलिस प्रशासन का कहना है कि बाहर से आने वाले लोगों को क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है और जो लोग अपनी यात्रा को छुपा रहे हैं. उनके खिलाफ अपराध दर्ज भी किए जा रहे हैं. बता दें कि प्रदेश में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं. बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए लोगों में दहशत भी है. फिलहाल 110 एक्टिव मामले हैं.