धमतरी: छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की जा रही है, लेकिन धमतरी जिले में समर्थन मूल्य में धान बेचने के बाद साफ्टवेयर में तकनीकी दिक्कतों के वजह से अधिकांश किसानों को भुगतान नहीं किया जा सका था. किसान भुगतान की राशि जमा हुई या नहीं यह जानने के लिए बैंकों का चक्कर लगाते रह गए. जिला प्रशासन ने इस समस्या को गंभीरता से लिया और अब किसानों के खातों में राशि जमा की जा रही है.
जिले में एक से चार दिसंबर के बीच समर्थन मूल्य में धान बेचने वाले कई किसानों के खाते में भुगतान की राशि जमा नहीं हुई थी. इसकी शिकायत किसानों ने खरीदी केंद्रों और समितियों में की. शिकायत के करीब महीनेभर बाद साफ्टवेयर की तकनीकी त्रुटि सामने आई, तब जाकर पता चला कि शिकायत करने वाले किसानों के खातों में राशि ही जमा नहीं हुई है.
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किसानों के खातों में जमा होने लगी राशि
दरअसल, धमतरी जिले में करीब 50 करोड़ रुपये तकनीकी त्रुटि के चलते किसानों के खातों में जमा नहीं हो पाये थे. किसानों द्वारा की गई शिकायत के बाद तकनीकी त्रुटि में सुधार किया गया, तब जाकर किसानों के खातों में राशि जमा होने लगी है.
350 करोड़ से अधिक रुपये का भुगतान
जिले में शुक्रवार तक समर्थन मूल्य में धान बेचने वाले किसानों को 350 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है. धमतरी जिले में चार जनवरी तक 26 लाख 66,577 क्विंटल धान खरीदा गया है, जिसमें से चार लाख 5700 क्विंटल धान का उठाव कर लिया गया है. वहीं 133 करोड़ 62 लाख 81 हजार रुपये की लिंकिंग खरीदी समितियों द्वारा की गई है. हालांकि ये आंकड़ा और भी बढ़ सकता है, क्योंकि शुक्रवार के बाद से पोर्टल बंद है जो अब तक शुरू नहीं हो पाया है.
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धान के उठाव में आएगी तेजी
जिला प्रशासन के मुताबिक जिले में धान के उठाव में जल्द ही तेजी आएगी. एफसीआई में चावल जमा करने के लिए शासन से आदेश आ गया है. अरवा राइस मिलरों के अलावा अब उसना राइस मिलरों द्वारा धान का उठाव किया जाएगा. उपार्जन केंद्रों में धान के उठाव तेजी से किया जा रहा है. बहरहाल, साफ्टवेयर में आई तकनीकी दिक्कतों को दूर कर लिया गया है और किसानों के खातों में राशि भी डाली जा रही है, जिससे किसानों ने राहत की सांस ली है.