धमतरी : पंचायत सचिवों की अनिश्चितकालीन हड़ताल का असर अब पंचायत के कामों पर देखने को मिल रहा है. धमतरी जिले में मनरेगा, गोबर खरीदी, पेंशन भुगतान सहित शासन की कई योजनाओं का काम हड़ताल की वजह से प्रभावित हो गए हैं. पंचायत सचिवों की हड़ताल का असर सरकार की कई कल्याणकारी योजनाओं पर भी पड़ रहा है. सचिवों की इस हड़ताल से नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना सहित अन्य निर्माण कार्य ठप हो गए हैं.
पंचायत सचिव लंबे से शासकीयकरण की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हुई है. सचिवों ने 21 और 24 दिसंबर को ज्ञापन रैली निकालकर सरकार का ध्यानाकर्षण कराया था. अब जिले के पंचायत सचिव अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. पंचायत सचिवों की यह हड़ताल 26 दिसंबर से चल रही है और वर्तमान में अपनी मांगों को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं.
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जिले के सभी ब्लॉक मुख्यालय में धरना प्रदर्शन
जिले में अलग-अलग स्थानों पंचायत सचिवों का प्रदर्शन जारी है. शासकीयकरण, पदोन्नति की मांग पर सचिव ग्राम पंचायत के सभी कार्यों का बहिष्कार करते हुए काम बंद हड़ताल पर हैं. इससे आमलोगों को परेशानी हो रही है. प्रशासनिक कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं. इधर धरने पर बैठे सचिव विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं और मांगों के निराकरण के लिए नारेबाजी भी कर रहे हैं. संघ के सदस्यों ने बताया कि संघ के प्रांताध्यक्ष शासन से बातचीत कर रहे है सकारात्मक निष्कर्ष के बाद ही संघ की हड़ताल बंद होगी.
पंचायतों के कामकाज ठप
जिले के 355 पंचायतों के सचिवों के प्रदर्शन में चले जाने से पंचायतों में कामकाज ठप हो गया है. हितग्राही प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, वृद्धा पेंशन कार्ड, जॉब कार्ड, गोबर खरीदी बिक्री बंद को लेकर परेशान हो रहे हैं. सचिवों के हड़ताल पर बने रहने से मनरेगा मजदूरी का वेतन भी प्रभावित होगा. इसके सभी शासकीय कार्यो पर भी इसका असर पड़ रहा है. बहरहाल पंचायत सचिवों का कहना है कि जब तक शासन लिखित रूप में कोई प्रतिवेदन नहीं देता तब तक आंदोलन जारी रहेगा.