जिला सहित आस-पास के कई ग्रामीण इलाकों में बड़े पैमाने पर अवैध प्लाटिंग का कारोबार भू-माफियाओं द्वारा फलफूल रहा है. कृषि भूमि और गैर आवासीय भूमि में शासन के नियमों को दरकिनार कर प्लाटिंग का कार्य किया जा रहा है. सालों से चल रहे इस अवैध कारोबार पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है. आलम ये है कि कलेक्ट्रेट कार्यालय के आस-पास भी गैर आवासीय जमीन में अवैध प्लाटिंग करने से भू-माफिया पीछे नहीं हट रहे है.
कलेक्टर रजत बंसल की पदभार सम्भालने के बाद से ही इन अवैध प्लाटिंग पर कार्रवाई शुरू कर दी है. पुलिस को भू-माफियाओं के खिलाफ लगातार शिकायतें मिल रही थी जिसके बाद जांच टीम गठीत कर अवैध प्लाटिंग को चिंहाकन किया गया है. जिला प्रशासन की मानें तो तकरीबन 22 जगहों पर अवैध प्लाटिंग हुई है जिनके खिलाफ नोटिस जारी किया गया है. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
मामले को टालने की हो रही कोशिश
वहीं इस मामले में शहर के नागरिकों का कहना है कि यह कार्रवाई पहले ही हो जानी चाहिए थी, लेकिन प्रशासन ने उस वक्त इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया. उनकी कहना है कि अभी भी भू-माफियाओं पर सीधी कार्रवाई करने के बजाए मामला टालने के लिए एक हफ्ते का समय दिया जा रहा है. बता दें कि लोगों के मकान बनाने के सपने और जरूरत का फायदा उठाकर भू-माफिया खेतों की जमीन बेच रहे हैं. इनके द्वारा