धमतरीः जिले में नये साल के जश्न में हर कोई डूबा हुआ है. इस बीच पर्यटन स्थल पर पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ी है. जो कि कोरोना की तीसरी लहर की दस्तक साबित हो सकती है. जिले का गंगरेल बांध नए साल में लोगों का फेवरेट डेस्टिनेशन होता है. हजारों की संख्या में लोग 1 सप्ताह तक यहां आकर नए साल का जश्न (New Year Celebration at Gangerel Dam) मनाते हैं.
धमतरी पर्यटकों ने कोरोना प्रोटोकॉल की उड़ायी धज्जियां
इस बार भी यहां लोगों की भीड़ कम नहीं है. भारी संख्या में पर्यटक यहां नए साल का जश्न मनाने आए हैं. ईटीवी भारत से दूसरे राज्य और जिले के पर्यटकों ने बातचीत की. अपना अनुभव साझा किया. पर्यटकों ने बताया कि गंगरेल में बोटिंग और रेस्टारेंट के संचालकों ने सारे इंतजाम पुख्ता किये थे. लेकिन कोविड के खतरे पर लापरवाही दिखाई दी. सभी लोग बिना मास्क, बिना सोशल डिस्टेंसिंग के घूमते फिरते दिखे. न इन्हें कोई रोकने वाला था न टोकने वाला. यहां लोगों ने अपनी लापरवाही खुद कबूली.
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दिखी प्रशासन की लापरवाही
लेकिन जब हमने वहां के बोट और रेस्टोरेंट मैनेजर से गाइड लाइन के सम्बन्ध में चर्चा किया और बताया कि कोई भी पर्यटक नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं तो इस पर संचालकों ने अपनी लापरवाही के सवाल पर बहाने बनाने शुरू कर दिए. वो मानने को तैयार नहीं थे कि कोरोना के प्रति लापरवाही बरती जा रही है.
कोरोना गाइडलाइन का नहीं हो रहा पालन
धमतरी के एसपी और कलेक्टर ने दावा किया था कि उनकी टीम लगातार कोविड गाइडलाइन पर निगाह रखेगी. लेकिन यहां न पुलिस का कोई अधिकारी नजर आया और न ही प्रशासन का. जबकि धमतरी कलेक्टर ने तीसरे लहर को देखते हुए कहा था कि कोरोना संक्रमण के बीच नए साल के जश्न को कोविड गाइडलाइन के दायरे में मनाया जाएगा. इसके साथ ही प्रशासन ने चेतावनी दी थी कि अगर कहीं गाइडलाइन को तोड़ा जाता है तो उस होटल के संचालक पर पहली कार्रवाई की जाएगी. हालांकि मौजूदा हालात बिल्कुल इसके उलट दिखा.