धमतरी: जिले से सौ किलोमीटर दूर खल्लारी रिसगांव में मां कालिका देवी का दरबार है. जहां कोरोना से पहले तक नवरात्र के समय भक्तों का मेला लगा रहता था. लेकिन इस बार कोरोना और लॉकडाउन के कारण सूना पड़ा है. मां कालिका मंदिर की खासियत ये है कि यहां नवरात्र में मूर्ति के सामने रखे खप्पर की ज्योत अपने आप जल उठती है.
खप्पर में अपने आप जलती हैं ज्योत
मां के इस चमत्कार के कारण लोग दूर-दूर से दर्शन करने आते हैं. आस्था की जोत जलाकर लोग अपनी मुरादें मांगते हैं. मंदिर के पुजारी बताते हैं कि नवरात्र में अपने आप सुबह खप्पर में ज्योत जल जाती थी और अपने आप शाम को ज्योत कम भी हो जाती है. आज तक किसी को इस बात का पता नहीं चल पाया है कि ये कैसे होता है. उन्होंने बताया कि ज्योत के साथ ही घी की खुशबू भी आती है. मां की मान्यता के कारण रायपुर, बस्तर, धमतरी के साथ ही प्रदेश के सभी जिलों से लोग यहां पहुंचते हैं.
कोरोना और लॉकडाउन के कारण भक्त नहीं कर पा रहे मां के दर्शन
भक्ति और शक्ति के इस अनोखे संगम में हर साल नवरात्र पर दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंचते थे और मां के दर्शन कर अपनी मनोकामना पूर्ती के लिए प्रार्थना करते थे. लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के कारण मां का दरबार सूना है.
अष्टमी में इस विधि से करें भगवती महागौरी की पूजा
चैत्र नवरात्र का आज आठवां दिन है. जिसे अष्टमी के रूप मे भी जाना जाता है. नवरात्र के आठवें दिन भगवती के महागौरी रूप की पूजा की जाती है. माता महागौरी की पूजा से आरोग्य की प्राप्ति होती है. सारे कष्ट दूर होते हैं.