ETV Bharat / state

धमतरी : हादसे के बाद भी इस बांध में जारी है बिना लाइफ जैकेट के नाव की सवारी

गंगरेल बांध में हुए हादसे के बाद प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर गाइडलाइन जारी की थी. लेकिन अब भी प्रशासन के निर्देशों का पालन नहीं हो रहा है.

instructions of Administration not being followed in dhamtari Gangrel Dam
बिना लाइफ जैकेट नाव की सवारी
author img

By

Published : Feb 5, 2020, 11:34 PM IST

Updated : Feb 6, 2020, 12:09 AM IST

धमतरी : बीते दिनों गंगरेल बांध में तीन लोगों की मौत के बाद आया प्रशासन का फरमान, अब कागजी साबित हो रहा है. गंगरेल डैम में नाव हादसे के बाद, जो गाइडलाइन जारी हुई थी उसका कोई असर जमीन पर दिखाई नहीं दे रहा है.

जारी है बिना लाइफ जैकेट के नाव की सवारी

दरअसल, यहां सैलानी जोखिम उठाकर नाव की सवारी करने से गुरेज नहीं कर रहे हैं. जबकि कुछ दिनों पहले ही गंगरेल बांध में नौकायान के दौरान तीन लोगों की मौत हो गई थी. जिसके बाद प्रशासन ने निर्देश जारी किए थे कि, बिना सुरक्षा मानकों के नाव में सवारी नहीं कराई जाए, बावजूद इसके लोग इन निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं'.

हादसे के बाद गाइडलाइन के साथ फरमान जारी हुआ था, जो भविष्य में इस तरह की अनहोनी को रोकने के लिए पहला जरूरी कदम था. लेकिन प्रशासन ने इसके बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया.

लाइफ जैकेट नहीं किया जा रहा उपयोग

बांध के सभी तटीय घाटों पर मौजूद नावों के नाविक को गाइडलाइन की जानकारी तक नहीं है. इसके अलावा सवारी क्षमता की जानकारी भी नहीं दी गई है. नौका विहार करने की इजाजत और लाइफ जैकेट के उपयोग की अनिवार्यता के आदेश का भी पालन नहीं हो रहा है.

पढ़ें :धमतरी: 46 घंटे की रेस्क्यू के बाद लापता बच्ची का मिला शव

अभी तक नहीं हुई बैठक

गाइडलाइन में नाव में सवार होने से पहले सैलानी का नाम और पता लिखने की बात कही गई है, लेकिन इस निर्देश का पालन नहीं हो रहा. तीसरी गाइडलाइन का पालन कैसे हो, इसके लिए एसडीएम, तहसीलदारों को सभी मछुआरों की लिस्ट तैयार कर बैठक ली जानी थी, लेकिन इस बैठक का भी कोई अता-पता नहीं है.

पढ़ें :गंगरेल डैम में बड़ा हादसा: नाव पलटने से 2 की मौत, एक बच्ची लापता

प्रशासन के निर्देश का नहीं हो रहा पालन

बहरहाल प्रशासन के फरमान और लापरवाही का ही नतीजा है कि 'अभी भी पुराना ढर्रा जारी है. सैलानी किसी भी घाट में जाकर जान का खतरा उठाकर नौकाविहार कर रहे हैं. ऐसे में जरूरत है कि जो निर्णय प्रशासन ने लिया है उसका जल्द पालन हो.

धमतरी : बीते दिनों गंगरेल बांध में तीन लोगों की मौत के बाद आया प्रशासन का फरमान, अब कागजी साबित हो रहा है. गंगरेल डैम में नाव हादसे के बाद, जो गाइडलाइन जारी हुई थी उसका कोई असर जमीन पर दिखाई नहीं दे रहा है.

जारी है बिना लाइफ जैकेट के नाव की सवारी

दरअसल, यहां सैलानी जोखिम उठाकर नाव की सवारी करने से गुरेज नहीं कर रहे हैं. जबकि कुछ दिनों पहले ही गंगरेल बांध में नौकायान के दौरान तीन लोगों की मौत हो गई थी. जिसके बाद प्रशासन ने निर्देश जारी किए थे कि, बिना सुरक्षा मानकों के नाव में सवारी नहीं कराई जाए, बावजूद इसके लोग इन निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं'.

हादसे के बाद गाइडलाइन के साथ फरमान जारी हुआ था, जो भविष्य में इस तरह की अनहोनी को रोकने के लिए पहला जरूरी कदम था. लेकिन प्रशासन ने इसके बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया.

लाइफ जैकेट नहीं किया जा रहा उपयोग

बांध के सभी तटीय घाटों पर मौजूद नावों के नाविक को गाइडलाइन की जानकारी तक नहीं है. इसके अलावा सवारी क्षमता की जानकारी भी नहीं दी गई है. नौका विहार करने की इजाजत और लाइफ जैकेट के उपयोग की अनिवार्यता के आदेश का भी पालन नहीं हो रहा है.

पढ़ें :धमतरी: 46 घंटे की रेस्क्यू के बाद लापता बच्ची का मिला शव

अभी तक नहीं हुई बैठक

गाइडलाइन में नाव में सवार होने से पहले सैलानी का नाम और पता लिखने की बात कही गई है, लेकिन इस निर्देश का पालन नहीं हो रहा. तीसरी गाइडलाइन का पालन कैसे हो, इसके लिए एसडीएम, तहसीलदारों को सभी मछुआरों की लिस्ट तैयार कर बैठक ली जानी थी, लेकिन इस बैठक का भी कोई अता-पता नहीं है.

पढ़ें :गंगरेल डैम में बड़ा हादसा: नाव पलटने से 2 की मौत, एक बच्ची लापता

प्रशासन के निर्देश का नहीं हो रहा पालन

बहरहाल प्रशासन के फरमान और लापरवाही का ही नतीजा है कि 'अभी भी पुराना ढर्रा जारी है. सैलानी किसी भी घाट में जाकर जान का खतरा उठाकर नौकाविहार कर रहे हैं. ऐसे में जरूरत है कि जो निर्णय प्रशासन ने लिया है उसका जल्द पालन हो.

Intro:धमतरी में तीन मासूमों की मौत के बाद जागी प्रशासन का फरमान अब कागजी साबित हो रहा है गंगरेल बांध में नाव हादसे के बाद जो गाइडलाइन जारी हुई थी उनका कोई असर जमीन पर नहीं दिखाई दे रहा है.ऐसे में सवाल उठना लाजमी हो जाता है कि क्या प्रशासन और हादसों का इंतजार कर रही है.


Body:यहां सैलानी जोखिम उठाकर नाव की सवारी करने से गुरेज नही कर रहे है जबकि कुछ दिनों पहले ही गंगरेल में नोकायान के दौरान तीन लोगों की मौत चुकी है जिसके बाद प्रशासन ने कड़े निर्देश जारी किये थे कि बिना सुरक्षा मानकों के नाव में सवारी नही कराई जाए बावजूद इसके लोग इन निर्देशों का पालन नही कर रहे है.

दरअसल बीते दिनों धमतरी के गंगरेल बांध में सैलानियों से लदी एक नाव पलट गई.हादसे में दो मासूम बच्चियों सहित तीन की दर्दनाक मौत हो गई.हादसे के चौतरफा गूंज से प्रशासन की नींद टूटी और एक गाइडलाइन के साथ फरमान जारी हुआ जो भविष्य में इस तरह की अनहोनी को रोकने के लिए पहला जरूरी कदम था लेकिन प्रशासन इसके बाद कोई ठोस कदम नहीं उठा सकी. मसलन बांध के सभी तटीय घाटों में नाव और नाविक के तमाम जानकारी मिलनी चाहिए वह अब तक नहीं लगाई गई है.इसके अलावा सवारी क्षमता का उल्लेख,नोकायान करने की अनुमति बोर्ड,लाइफ जैकेट उपयोग के अनिवार्यता का पालन नही हो रहा है.

गाइडलाइन का दूसरा बिंदु जिसमें नाव सवार होने से पहले सैलानी का नाम पता लिखा जाना चाहिए था जो इन तटीय इलाको में नहीं हो रहा है.तीसरा गाइडलाइन का पूरा पालन कैसे हो इसके लिए एसडीएम,तहसीलदारों को सभी मछुआरों की लिस्ट तैयार कर बैठक ली जानी थी लेकिन इस बैठक का भी कोई अता-पता नहीं है.


Conclusion:बहरहाल प्रशासन के फरमान और लापरवाही का ही नतीजा है कि अभी भी पुराना ढर्रा जारी है कही से सैलानी आ रहे हैं और किसी भी घाट में जाकर जान का खतरा उठाकर जलविहार कर रहे है.यानी कोई गारंटी नहीं है कि कब फिर हादसा सामने आ जाए.ऐसे में जरूरत है जो निर्णय प्रशासन ने लिया है उसका जल्द पालन हो.

बाईट_01जयदीप,सैलानी(पीली जैकेट में)
बाईट_02 तुकेश कुमार,स्थानीय नाविक(टी शर्ट में)
बाईट_03 रंजीत छाबड़ा,वरिष्ठ नागरिक धमतरी

रामेश्वर मरकाम,ईटीवी भारत,धमतरी
Last Updated : Feb 6, 2020, 12:09 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.