धमतरी: सुरक्षा बल के जवानों की सतर्कता के कारण नक्सलियों की एक बड़ी साजिश को नाकाम हो गई. पुलिस और सुरक्षा बल के जवानों को नुकसान पहुंचाने के मकसद से लगाए गए 5 किलो वजनी आईईडी (IED Bomb) को जवानों ने तलाश लिया और बाद में उसे डिफ्यूज दिया. आईईडी के डिफ्यूज होने के साथ ही एक बड़ी घटना टल गई. लेकिन आईईडी मिलने के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है. जवानों ने ऐसे आईईडी के और होने की संभावना व्यक्त की है. जिसके बाद क्षेत्र में सर्चिंग की जी रही है.
धमतरी जिला वैसे तो नक्सल प्रभावित जिला है और यहां आए दिन नक्सली बैनर पोस्टर (naxalite banner poster) के जरिए अपनी मौजूदगी का अहसास कराते रहते हैं. बीते कुछ सालों में यहां पुलिस नक्सली मुठभेड़ की घटनाएं भी हो चुकी है. जिसमें नक्सलियों ने अपने कमाडंर को खोया है. नक्सली अपने साथियों की मौत का बदला लेने के फिराक में हैं. ऐसे में बदला लेने के लिए नक्सलियों ने अब आईडी से दहशत और जवानों को निशाना बनाने की कोशिश की है लेकिन नक्सलियों के मंसूबों पर पानी फेर गया.
छत्तीसगढ़ : सुरक्षा बलों ने दो आईईडी का पता लगाया, नक्सली हमला टला
धमतरी में तीन साल बाद इस तरह के बरामद हुए है. इससे पहले सिहावा के नक्सल प्रभावित क्षेत्र एकावारी और कारापानी के बीच सड़क के किनारे 2 किलो का आईईडी (IED Bomb) बरामद हुआ था. जिसे पुलिस की सतर्कता से बम दस्ते ने निष्क्रिय कर दिया था.
एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने बताया कि सुबह सिहावा थाना क्षेत्र में सांकरा गांव से करीब आठ किलोमीटर दूर यह बरामद किया गया है. नक्सलियों ने खल्लारी थाना जाने वाली कच्ची सड़क पर भीरागहीन के पास आईईडी प्लांट किया था. सूचना पर सिहावा, नगरी थाना पुलिस, डीआरजी और बीडीएस के साथ डॉग स्क्वाड की टीम मौके पर पहुंची और बम को नष्ट कर दिया.
बहरहाल एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने आशंका जताई है कि नक्सली किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के फिराक में है. लेकिन धमतरी पुलिस भी सतर्कता के चलते नक्सलियों को उनके मंसूबों में कभी कामयाब नहीं होने देगी.