धमतरी: शनिवार को गंगरेल बांध का एक गेट खोला गया, जिसमे से लगभग 507 क्यूसेक पानी रूद्री बैराज में छोड़ा जा रहा है. बैराज से ये पानी मुख्य नहर के जरिए उन जिलों में भेजा जाएगा, जहां फसलें पानी की कमी से जूझ रही हैं.
कृषि मंत्री ने किया था ऐलान
आपको बताते चलें कि शुक्रवार को आरंग की सभा में कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने किसानों को पानी देने का ऐलान किया था. इसके बाद ये कदम उठाया गया है. दरअसल धमतरी में इस साल वर्षा अनुमान से काफी कम हुई, जिसके चलते किसान पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं.
इस साल अनुमान से कम हुई बारिश
अगर पिछले साल की बात करें तो 20 अगस्त तक सभी बांध 80 फीसदी तक भर चुके थे. इसके चलते इन बांधों का पानी महानदी में छोड़ा जा रहा था. वहीं इस साल बारिश कम होने के कारण जिले का कोई भी बांध आधा भी नहीं भर पाया है.
मात्र 20 हजार एकड़ फसल की हो सकेगी सिचाई
इस तरह से रिजर्व पानी के अलावा सिर्फ 100 मिलियन घन मीटर पानी ही छोड़ा जा सकता है. राहत की बात सिर्फ इतनी है कि इतने पानी से लगभग 20 हजार एकड़ में फसल की सिंचाई की जा सकेगी.