धमतरी: कोरोना संकट के चलते बैंकों में 1 लाख रुपये या उससे ज्यादा का लेन-देन हो रहा है. इससे कम का लेनदेन सहित दूसरे काम पर ब्रेक लगा दिया गया है. इससे किसानों की परेशानियां बढ़ गई है. क्योंकि ज्यादातर किसानों के पास ATM नहीं है. ऐसे में उन्हें 20 से 30 हजार तक की राशि निकालने के लिए बैंकों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं. लेकिन यहां भी नियमों के पेंच के चलते ग्रामीणों को उल्टे पांव वापस लौटना पड़ रहा है.
कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए जिला प्रशासन ने बैंकों में 1 लाख रुपये तक के लेनदेन करने वाले को ही बैंक परिसर में प्रवेश करने की अनुमति देने का निर्देश दिया है. इससे कम के लेनदेन के लिए ग्राहकों को ATM, नेट बैंकिंग या ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने के लिए कहा है. वर्तमान में बैंकों में इन नियमों का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है.
फसल बर्बाद होने से किसान परेशान
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शाखा धमतरी में ज्यादातर ग्राहक किसान हैं. जिन्हें रुपये निकालने के दिक्कत हो रही है. चूंकि किसान इन दिनों बारिश से फसल बर्बाद होने के कारण परेशान हैं. वहीं दूसरी ओर कोरोना काल में दिए गए प्रशासनिक निर्देश की भी समस्या बनी हुई है.
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खरीफ सीजन की तैयारी
खरीफ सीजन की तैयारी करने के साथ घर खर्च के लिए किसान छोटी-छोटी रकम बैंक से निकालना चाहते हैं. लेकिन उन्हें मायूस होना पड़ रहा है. किसानों का कहना है कि उनके पास ATM नहीं है. ऐसे में उनके सामने बैंक अकाउंट होते हुए भी साहूकारों से कर्ज लेने के अलावा और कोई चारा नहीं बचा है.
नियम हटाने की मांग
बहरहाल किसान परेशान हैं कि वे पैसे कैसे निकालें. किसान अब जिला प्रशासन से ये मांग कर रहे हैं कि सहकारी बैंक में एक लाख निकासी और जमा के नियम को हटा दिया जाए. जिससे उन्हें राहत मिल सके.