धमतरी: एक तरफ सरकार किसानों का धान खुद नहीं खरीद रही है और लगातार धान परिवहन पर जब्ती की कार्रवाई भी कर रही है. जिसके कारण अब व्यापारियों ने भी किसानों का धान खरीदना बंद कर दिया है. इसका सीधा असर किसानों की आर्थिक स्थिति पर पड़ रहा है. आज किसानों के पास अपनी छोटी बड़ी जरूरतों के लिए नगदी नहीं है. अमूमन किसान हर साल अपनी उपज बेच-बेच कर ही पैसे हासिल करते रहे हैं. लेकिन इस साल व्यापारियों की तरफ से धान नहीं खरीदे जाने से किसान परेशान हैं.
किसानों ने सड़क पर फेंके धान
धान खरीदी में हो रही लेटलतीफी को लेकर किसानों में जमकर नाराजगी देखी जा रही है. वहीं नाराज किसान अब सड़क पर उतर आए हैं. शनिवार को धमतरी के घुरावड़ में सप्ताहिक बाजार के दौरान किसानों ने अपने धान सड़कों पर फेंक नाराजगी जाहिर की है.
किसानों को हो रही परेशानी
बता दें कि धान खरीदी को लेकर शासन लगातार व्यापारियों और कोचियों पर कार्रवाई कर रही है. इसके आलावा अवैध रूप से धान खरीदी पर लगाम लगाने के निर्देष दिए हैं. लिहाजा व्यापारी और कोचियों ने किसानों से धान खरीदना बंद कर दिया है.इधर धान की खरीदी 1 दिसंबर से की जानी है. ऐसे में किसान समय पर अपनी जरूरतें पूरा नहीं कर पा रहे है.
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किसानों का कहना है कि खाद-दवाई सहित मजदूरों का भुगतान करना बाकी है. इसके अलावा घर की भी कई जरूरतें है जो पूरी नहीं हो पा रही है.