धमतरीः छत्तीसगढ़ के धमतरी के भखारा सिहाद और भठेली के किसानों के खेतिहर भूमि को प्रशासन (Administration of agricultural land of the farmers of Bhakhara Sihad and Bhatheli) ने बायपास मार्ग बनाने के लिए साल 2012-13 में मुरूम डालकर अधिग्रहण किया था. 9 साल बीत जाने के बाद भी मुआवजे की राशि नहीं मिली है. इस मुद्दे को लेकर पीड़ित किसानों ने सप्ताह भर से धरना प्रदर्शन के बाद शनिवार को कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने 15 दिनों का अल्टीमेटम भी दिया.
हटाए गए एसपी आईके एलेसेला, अब SSP दीपक कुमार संभालेंगे बलौदाबाजार की कमान
किसानों में प्रशासन के प्रति गुस्सा
दरअसल भखारा बाईपास सड़क के नाम पर किसानों की जमीन को अधिग्रहण कर 2012-13 में मुरूम डाल दिया गया. लेकिन अभी तक किसानों को मुआवजा राशि नहीं दी (farmers did not get compensation amount ) गई है. जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है. किसानों का कहना है कि लंबी अवधि के कारण 7 किसानों की मृत्यु हो चुकी है. बाईपास सड़क निर्माण के लिए 2017-18 में अवार्ड पारित किया जा चुका है, जिसका मुआवजा पत्र भी बन गया है. इसमें भी त्रुटि है. मुआवजा की मांग को लेकर 18 नवंबर को किसान भखारा तहसील में आवेदन देने के बाद 29 नवंबर से आंदोलन में बैठे हैं. आंदोलनरत किसानों का हाल जानने कोई अधिकारी नहीं पहुंचे. किसानों ने शनिवार को कलेक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन कर तत्काल मुआवजा राशि देने की मांग की है. साथ ही 15 दिनों का अल्टीमेटम किसानो ने दिया है. मुआवजा राशि नही मिलने पर दोबारा धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है.
शासन स्तर पर पत्राचार की जाएगी
वहीं, इस सम्बन्ध में डिप्टी कलेक्टर ऋषिकेश तिवारी (Deputy Collector Rishikesh Tiwari) का कहना है कि भखारा में बायपास मार्ग के लिए किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया गया था. जिसके मुआवजा के लिए किसानों ने आवेदन दिया है. मुआवजा राशि हमें प्राप्त नहीं हुआ है. प्रयास होगा कि किसानों की राशि जल्द प्राप्त हो जाये जिसके लिए शासन स्तर पर पत्राचार कर दिया गया है.