धमतरी: भटगांव-खिड़कीटोला के जंगल में एक युवक का शव मिला है. शव को देखकर ये कयास लगाया जा रहा है कि युवक को हाथियों ने कुचलकर मार दिया होगा. क्योंकि आसपास के इलाके में पिछले कई दिनों से हाथी डेरा जमाए हुए हैं. हालांकि इस मामले में वन महकमे ने संदेह जताया है कि यह हत्या का मामला भी हो सकता है. वन विभाग के इस बयान से लोगों में गुस्सा उबल पड़ा है. लोगों ने नाराजगी जाहिर की और प्रदर्शन करते हुए अधिकारियों के वाहनों को घंटों तक रोके रखा. काफी समझाइश के बाद जब लोग शांत नहीं हुए तो अधिकारियों को उल्टे पांव लौटना पड़ा.
महीनेभर से इलाके में चंदा नामक हथिनी सहित 18 हाथियों का दल विश्रामपुर के आसपास जंगलों में घूम रहा है. इस दौरान हाथियों ने फसलों को भी नुकसान पहुंचाया है. वन अमला लगातार इन पर नजर भी रख रहा है, लेकिन गुरुवार को एक युवक की मौत को हाथियों के उत्पात से जोड़कर देखा जा रहा है. ग्रामीणों के मुताबिक संजू मंडावी नाम का युवक देर शाम भटगांव से अपने घर विश्रामपुर जा रहा था. हाथियों ने उसे कुचलकर मार दिया. अलसुबह वन महकमे को इसकी जानकारी मिली तो सूचना रूद्री पुलिस को दी गई. मौके पर पहुंचकर पुलिस ने अलग-अलग जगहों से शव के टुकड़ों को बरामद किया.
धमतरी: हाथियों के हमले से ग्रामीण की मौत, दहशत में लोग
ग्रामीण कर रहे विरोध
घटना की सूचना पर जिला प्रशासन ने एसडीएम को जांच के लिए भेजा. वन विभाग के अफसर भी मौके पर पहुंचे. अधिकारी घटनास्थल का मुआयना कर रहे थे, तब हाथियों के पैरों के निशान नहीं मिले. ऐसे में अधिकारियों ने जांच का हवाला दिया. लेकिन लोग इससे भड़क गए. ग्रामीणों का कहना है कि युवक को हाथियों ने ही मारा है. ग्रामीण शासन से मुआवजे की मांग कर रहे हैं. यहां तक कि लोगों ने अधिकारियों की गाड़ी भी रोक दी और सड़क जाम कर प्रदर्शन किया.
रिपोर्ट का इंतजार
मामले में अब जिला प्रशासन युवक के शव को फॉरेन्सिक जांच के लिए भेजने की बात कह रहा है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ फैसला लेने की बात कही जा रही है. अगर हाथियों के हमले से मौत की पुष्टि होती है तो नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा.