धमतरी: सरकार दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई तरह की योजनाएं चला रही है . लेकिन धमतरी में सरकार के इन्हीं योजनाओं को संचालित करने वाली एक संस्था के भवन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है.आरोप है कि रुद्री पंचायत के जनप्रतिनिधि दिव्यांगों के लिए चलाए जा रहे स्कूल को खाली कराना चाहते हैं. यहां तक कि इसके लिए भवन खाली कराने की धमकी भी दी जा रही है. वहीं पंचायत प्रतिनिधि इस मामले को सिरे से नकार रहे हैं.
दरअसल धमतरी के रुद्री गांव में एक सरकारी भवन पर एग्जिट फाउंडेशन की ओर से दिव्यांग बच्चों के लिए स्कूल चलाया जा रहा है. इसके साथ ही स्कूल में पढ़ाई के अलावा खेलकूद के क्षेत्र में भी दिव्यांग बच्चों को प्रोत्साहित किया जा रहा है.
सरपंच पति ने संचालिका को दी धमकी
संस्था के निवेदन पर प्रशासन ने शिक्षा विभाग की मदद से पंचायत के खाली पड़े स्कूल भवन को एक साल पहले संस्था को आवंटित किया था. लेकिन अब पंचायत प्रतिनिधियों को यह रास नहीं आ रहा है. पंचायत प्रतिनिधियों ने पहले तो इस संस्था से भवन की जानकारी मांगी. इसके बाद भवन को खाली करने के लिए सरपंच पति ने संचालिका को धमकी भी दे दी. घटना के बाद संस्था की संचालिका ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन से की है.
स्कूल भवन जर्जर
इधर पंचायत प्रतिनिधि ने इस बात को खारिज करते हुए कहा कि वे भी दिव्यांग बच्चों का हित चाहती हैं. पंचायत ने भवन खाली कराने का कोई भी आदेश नहीं दिया हैं और ना ही कोई धमकी दी गई है. पंचायत प्रतिनिधि का कहना है कि ग्राम पंचायत रुद्री के स्कूल भवन पूरी तरह जर्जर हो चुके हैं. जिसे ध्यान में रखते हुए इस भवन की जानकारी मांगी गई थी.
गौरतलब है कि संस्था के कई बच्चे राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में अपना परचम लहराकर गोल्ड मेडल हासिल कर चुके हैं. बहरहाल इस विवाद से अब दिव्यांग बच्चों के भविष्य पर संकट मंडराने लगा है.