धमतरी: मंगलवार को धमतरी नगर निगम में जो हुआ, वह निगम के इतिहास में पहली बार हुआ है. सामान्य सभा में अचानक धमतरी महापौर विजय देवांगन ने बजट पेश करने से ही इनकार कर दिया. वे बजट की कॉपी लेकर सदन से बाहर निकल गए. सभापति ने महापौर से तीन बार लोटने की अपील की, लेकिन महापौर नहीं लौटे. जिसके बाद बजट पेश करने के लिए 17 अप्रैल की तारीख तय की गई है.
बजट पेश होने से पहले विपक्ष ने किया हंगामा: बजट पेश होने से पहले सामान्य सभा की बैठक हुई. विपक्ष में बैठे भाजपा पार्षदों ने सदन में घुसने से पहले ही हंगामा शुरू कर दिया था. हाथों में तख्ती लिए नारे लगाते हुए भाजपाई सदन तक पहुंचे. इसके बाद महापौर गोबर से बने ब्रीफकेस में बजट की कॉपी लेकर सदन में पहुंचे. जैसे ही सभा शुरू हुई हंगामा भी साथ ही साथ शुरू हो गया. विपक्षी पार्षद लगातार सवाल पूछ रहे थे. इन्हीं सवालों के दौरान पक्ष और विपक्ष के पार्षदों के बीच बार-बार बहस होने लगी.
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महापौर ने बजट पेश करने से किया मना: प्रश्न काल जब खत्म हुआ. इसके बाद महापौर को बजट पेश करने के लिए बुलाया गया. महापौर ने बजट की प्रति खोलने से पहले ही माइक पर बोलते हुए विपक्षी पार्षदों के हंगामे पर आपत्ति और अफसोस जताया. जिससे माहौल और बिगड़ गया. महापौर की बातें सुनकर विपक्षी पार्षद फिर से हंगामा करने लगे. महापौर ने इसी बीच ऐलान कर दिया कि वह अब बजट ही पेश नहीं करेंगे.
विपक्ष ने लगाए लगाए गंभीर आरोप: भाजपा के पार्षदों का कहना है कि, "महापौर की आदत हो चुकी है उलजलूल बात करने की. आज नगर निगम में कोई भी विकास कार्य नहीं हो रहा है. उनके खुद के पार्षद आज उनके साथ नहीं हैं. सत्ता पक्ष के 4 पार्षदों की अनुपस्थिति के कारण हो आज उनकी बहुमत नहीं थी, इसलिए महापौर सदन छोड़कर निकल गए."