धमतरी: जिला मुख्यालय में आम लोगो की सुविधा और सरकारी दफ्तर को किराए के भवन में न रहना पड़े इन उद्देश्यों से कलेक्टोरेट के पास कंपोजिट भवन (Dhamtari Composite building) बनाया गया. यह कंपोजिट भवन 2014 में बनकर पूरा हुआ. इसमें स्टेट बैंक और पोस्ट ऑफिस मिला कर कुल 17 दफ्तर चलते हैं. जिनमें से 6 दफ्तर सेकंड फ्लोर पर और 7 दफ्तर फर्स्ट फ्लोर पर और बाकी ग्राउंड फ्लोर पर हैं. एक फ्लोर चढ़ने के लिए करीब 20-22 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती है. सामान्य लोग तो चढ़ उतर लेते हैं लेकिन दिव्यांग, बुजुर्ग, बीमार और घायल लोगों को काफी दिक्कतें का सामना करना पड़ता है. बिल्डिंग तो 8 साल पहले बना ली है, लेकिन लिफ्ट लगाना भूल गए. ऊपर से गंदगी से उठती दुर्गंध के कारण सांस लेने में दिक्कत (Dhamtari Composite building still incomplete after 8 years) होती है.
यह भी पढ़ें: फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर धमतरी की युवती से की थी धोखाधड़ी, आरोपी बिहार से गिरफ्तार
आमजन हो रहे परेशान: अपने काम लेकर कुछ दिव्यांग और घायल लोगों ने बताया कि "बिना लिफ्ट ले उनके लिए ऊपर चढ़ना असंभव है, लेकिन मजबूरी ऐसी रहती है कि चढ़ना ही पड़ता (Dhamtari Composite building still incomplete after 8 years) है, चाहे जैसे भी हो. दिव्यांग, बुजुर्ग, बीमार और घायल लोगों को काफी दिक्कतें का सामना करना पड़ रहा है"
मौजूदा कलेक्टर को नहीं है मामले की जानकारी: 3 वर्ष 2014 से अब तक 6 कलेक्टर बदल चुके है. पहले के कलेक्टरों ने भी इस समस्या की सुध नहीं ली और मौजूदा कलेक्टर खुद कह रहे है कि "इस समस्या की उनको जानकारी नहीं है." यही हाल रहा तो लोगों को आगे भी समस्याओं का सामना करना (Dhamtari Composite building still incomplete after 8 years)होगा. देखना होगा कि कब तक प्रशासन (district administration of dhamtari) और जनप्रतिनिधि इस मुद्दे को नज़र अंदाज़ करते रहेंगे.