धमतरी: मोबाइल एप के जरिए जैसे जैसे बैंकिंग का कारोबार बढ़ती जा रही है. वैसे वैसे ही इससे जुड़े ठगी के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं. ठगने वाले ग्राहकों को नए नए पैंतरों से ठग रहे हैं. ताजा मामला धमतरी का है, जहां पर एक स्थानीय व्यापारी और साइबर के मामले में अच्छी जानकारी रखने वाला युवा भी ठगों का शिकार बन गया. व्यापारी के खाते करीब 91 हजार पांच सौ रूपये पार हो गया. यह बात पूरी प्रक्रिया 15 मिनट तक चली और मदद के नाम पर ठगी करने वालों ने व्यापारी को बातों में उलझा रखा. साइबर पुलिस जांच में जुटी है.
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जानें पूरी घटना कैसे हुई अकाउंट खाली: धमतरी में पशु आहार का काम करने वाले रानू डागा लंबे समय से एंड्राइड मोबाइल चला रहे हैं. अपने ग्राहकों से लेनदेन भी वह ऑनलाइन ही करते हैं. ठगे जाने के बाद व्यापारी ने बताया कि वह गूगल पे इस्तेमाल करते हैं और कुछ समय से इस ऐप से वह परेशान चल रहे थे. इस परेशानी को दूर करने के लिए उन्होंने गूगल में ही हेल्पलाइन नंबर ढूंढा, जो नंबर मिला उसमें समस्या बताकर मदद मांगी. निर्देश दिए गए उसमें एक ऐप डाउनलोड करने कहा गया. जैसे ही व्यापारी ने वह ऐप डाउनलोड किया. उनके खाते से करीब 91 हजार पांच सौ रूपये पार हो गया. यह बात पूरी प्रक्रिया 15 मिनट तक चली और मदद के नाम पर ठगी करने वालों ने व्यापारी को बातों में उलझा रखा. हालांकि अभी इसकी शिकायत पुलिस में की जा चुकी है. साइबर सेल इस मामले की जांच कर रही है.
व्यापारी रानू डागा ने बताया कि उनके गूगल पे एप पर लेन देन को लेकर दिक्कत हो रही थी. जिसको दूर कर करने के लिए उन्होने नेट के जरिए गूगल पे कस्टमर केयर का नबंर निकाला और उसमें फोन कर समस्या को बताई. जिसके बाद अज्ञात जालसाज ने व्यापारी को अपने झांसे में लेकर एक एप डाउनलोड करने के लिए कहा. जैसे ही व्यापारी ने एप डाउनलोड किया उसके चंद सेंकेड के बाद ही उसके बैक खाते से 91 हजार पांच सौ रूपये पार हो गए. जिसके बाद व्यापारी तत्काल कोतवाली थाना पहुंचकर इसकी शिकायत की. फिलहाल कोतवाली पुलिस शिकायत के आधार पर जांच में जुट गई है.
बहरहाल व्यापारी का पैसा वापस मिल भी जाए. लेकिन आम लोगों को बेहद जागरूक और सजग रहने की जरूरत है. साथ ही साथ बैंक और सरकार को साइबर सुरक्षा को और सख्त करना बेहद जरूरी है. वरना इस तरह की ठगी के मामले कभी नहीं रोकी जा सकेंगे.