धमतरी: एक तरफ पूरी दुनिया नए साल के जश्न की तैयारी कर रही है. दूसरी तरफ धमतरी से दिल को झकझोर देने वाली खबर सामने आई है. यहां शहर में स्थित एक पुराने पीपल के पेड़ को काट कर गिरा दिया गया. जिससे करीब 150 से ज्यादा पक्षियों की मौत हो गई. इस मामले में वन एवं पर्यावरण विभाग को कोई खबर नहीं है. यहां पेड़ काटे जाने की प्रक्रिया करीब 5 घंटे तक चली लेकिन वन विभाग ने कहा कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है. उल्टा वन विभाग उस इलाके में रह रहे लोगों की खामोशी पर सवाल उठा रहा है.
धमतरी के सदर रोड इलाके में काटा गया पेड़: पेड़ काटे जाने और पक्षियों की मौत की यह घटना धमतरी के सदर रोड की है. यहां 150 साल पुराने पीपल पेड़ को काटा गया. पहले इसकी टहनियों को मोटाराइज़्ड सॉ मशीन और क्रेन की मदद से काटा गया. इसके लिए न तो राजस्व विभाग की परमिशन ली गई. न ही वन विभाग की तरफ से इजाजत ली गई. इस कार्रवाई की वजह से प्रवासी पक्षियों के सैकड़ों घोसले टूट कर गिर गए. घोसले में पक्षियों के अंडे टूट गए और पक्षियों के चूजों की मौत हो गई. घटना के बाद वन और पक्षियों ने नाराजगी जताई. उसके बाद इस केस में जांच की जा रही है.
कॉर्मोरेंट प्रजाति के पक्षियों की मौत की आशंका: पनडुब्बी प्रजाति की कॉर्मोरेंट पक्षी की मौत की बात सामने आ रही है. लेकिन अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है कि इसी प्रजाति के पक्षी की मौत हुई है. जांच के बाद इसकी पुष्टि हो सकेगी. करीब 150 साल पुराने वृक्ष में प्रजननकाल में पहुंचे प्रवासी पक्षी पनडुब्बी प्रजाति के कॉर्मोरेंट निवास कर रहे थे. घोसला बनाकर रह रहे थे. लेकिन पेड़ कटने से 150 से 200 पक्षियों की मौत तड़प तड़प कर हो गई. ठंड के मौसम में पनडुब्बी प्रजाति के कॉर्मोरेंट पक्षी अक्सर शहर में आया करते हैं. कुछ दिन रहकर मौसम के बदलाव होते ही ये पक्षी चले जाते हैं.
पक्षियों की मौत पर वाइल्ड लाइफ ने लिया संज्ञान: पक्षियों की मौत पर वाइल्ड लाइफ ने संज्ञान लिया है. वन विभाग भी अब इस केस की जांच में जुट गई है. इस केस की जांच कर रहे अधिकारी ने बताया कि इस मामल में सबूत और आंकड़े आने के बाद केस दर्ज किया जाएगा. वन विभाग की तरफ से जांच टीम के हरकत में आने के बाद लोगों को कार्रवाई की उम्मीद जगी है. पीपल का पेड़ काटे जाने की यह घटना मंगलवार की है.