धमतरी : बस्तर में बीजेपी के चिंतन शिविर (BJP's contemplation camp) भाजपा की छत्तीसगढ़ प्रभारी डी पुरन्देश्वरी (D Purandeshwari) के बयान बाद पूरे प्रदेश में कांग्रेसियों ने इसका विरोध किया. विरोध-प्रदर्शन (Protest) का दौर अभी भी जारी है. वहीं एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी (rhetoric) का सिलसिला भी जोर-शोर से चल रहा है. इसको लेकर युवा कांग्रेसियों द्वारा धमतरी के कुरूद विधानसभा क्षेत्र में विरोध-प्रदर्शन किया गया. इस बीच भाजपा प्रभारी डी पुरन्देश्वरी के थूक वाले बयान के विरोध में स्थानीय भाजपा कार्यालय में प्रदेश प्रभारी और स्थानीय भाजपा विधायक के नाम पान और थूकदान देने कांग्रेसी कार्यकर्ता भाजपा कार्यालय पहुंचे. इस दौरान दोनों पक्षों में जमकर झूमाझटकी की घटना सामने आई है. वहीं दोनों पार्टी के नेताओं ने एक-दूसरे आरोप लगाए हैं.
भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेसियों को कार्यालय से खदेड़ा
दरअसल, बड़ी संख्या में युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता नगर भ्रमण करते हुए भाजपा कार्यालय के सामने पहुंचे. जहां उन्होंने मोदी सरकार, भाजपा और क्षेत्रीय विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. नारेबाजी के समय क्षेत्रीय विधायक अजय चंद्राकर कार्यालय में ही मौजूद थे. युवा कांग्रेसी जबरदस्ती कार्यालय में प्रवेश करना चाहते थे, जिन्हें पुलिस ने रोकने का प्रयास किया. तब क्षेत्रीय विधायक ने कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को कार्यालय बुलाया. इस दौरान कांग्रेसियों ने पूर्व कैबिनेट मंत्री अजय चन्द्राकर को माला पहनाने की कोशिश की. जिस पर अजय चन्द्राकर ने कांग्रसियों को भाजपा का गमछा पहनाने प्रयास किया. युकां प्रभारी को गमछा भेंट करने पर युवा कांग्रेसी गुस्से में आ गए और भाजपा विधायक अजय चंद्राकर को एक कांग्रेसी नेता ने जबरदस्ती पहना हुआ गमछा पहना दिया. हालांकि तब अजय चंद्राकर ने मना किया और उसके बाद भी जब कांग्रेसी जबरदस्ती करने लगे, तो अपने नेता के साथ बहस होती देख भाजपा कार्यकर्ता भी सामने आ गए. इस दौरान दोनों पक्षों में जमकर झूमाझटकी हुई. यहां तक कि नाराज भाजपाइयों ने कांग्रेसियों को कार्यालय से खदेड़ दिया.
दोनों तरफ से हुई घटना की निंदा
इस घटना की दोनों तरफ से निंदा की गई है. पूर्व कैबिनेट मंत्री और स्थानीय विधायक अजय चन्द्राकर ने कहा है कि लोकतांत्रिक देश है. लोकतंत्र में सभी को अपना विरोध प्रदर्शित करने का अधिकार है, लेकिन असभ्यता से किया जाने वाला आंदोलन हमेशा निंदनीय है. कांग्रेसियों द्वारा धक्का-मुक्की किया जाना और भाजयुमो के कार्यकर्ताओं द्वारा संयमित व्यवहार करना, दोनों ही दलों की विचारधारा और संस्कार को प्रदर्शित करता है. उन्होंने बताया कि वे युवा कांग्रेस द्वारा दिये जाने वाली भेंट को लेने के लिए तैयार थे, लेकिन एकाएक झूमाझटकी करना निंदनीय है. इधर, युवा कांग्रेसी नेता देवव्रत ने कहा है कि गांधीवादी तरीके से पान और थूकदान प्रदान करने गए थे, लेकिन भाजपा के गुंडों द्वारा उन्हें धक्का दिया गया. जो निंदनीय है.
एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे दोनों दलों के नेता
बहरहाल, राजनैतिक तौर पर सशक्त माने जाने वाले प्रदेश के कुरूद विधानसभा क्षेत्र में इस घटना से सियासत गरमा गई है. दोनों ही दलों के नेता इसके लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. अब देखना होगा कि आगे यह घटना किस तरह से सियासी करवट लेती है.