धमतरी: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तेलिनसत्ती गांव में रहने वाले हरदेव लाल सिन्हा की पत्नी से दूरभाष पर चर्चा कर उनकी घर की स्थिति की जानकारी ली है. इस दौरान सीएम बघेल ने परिवार को आवश्यक सहायता देने का आश्वासन दिया है. साथ ही हरदेव सिन्हा के जल्द ही स्वस्थ होने की कामना की है.
तेलिनसत्ती गांव के रहने वाले हरदेव ने बेरोजगारी और आर्थिक तंगी से परेशान होकर सीएम हाउस के सामने आत्मदाह की कोशिश की थी. जिसे सीएम हाउस में तैनात सुरक्षा कर्मियों ने बचा लिया है. फिलाहाल राजधानी रायपुर के अंबेडकर आस्पताल में हरदेव का इलाज किया जा रहा है. मामले को नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने दुखद बताया है. उन्होंने कहा कि 'देश में लगातार आत्महत्या की घटनाएं सामने आ रही हैं, क्वॉरेंटाइन सेंटरों में भी मौतें हो रही हैं. इस घटना पर राज्य सरकार को संज्ञान लेना चाहिए कि युवक के सामने जान देने की नौबत क्यों आ गई. इसकी गंभीरता से जांच होनी चाहिए'.
घर में खाने को चावल नहीं
खबरें आई थी कि हरदेव मानसिक तौर पर ठीक नहीं है. इस बारे में जब परिवार से बात की गई तो उन्होंने इससे साफ इनकार कर दिया. हरदेव की पत्नी ने कहा कि वो मानसिक तौर पर बीमार नहीं है बल्कि पैसों के लिए परेशान था. घर में खाने को दाना नहीं है. परिवार से चावल लाकर गुजारा कर है.
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खुद को किया आग के हवाले
सोमवार को हरदेव मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात करने सीएम हाउस पहुंचे था, लेकिन उसकी मुलाकात नहीं हो सकी, जिससे परेशान होकर उसने परिसर में ही खुद को आग के हवाले कर दिया. हालांकि वहां मौजूद सुरक्षा में लगे जवानों ने उन्हें बचा लिया और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया. हरदेव अपनी पत्नी और बच्चों के साथ बाकी परिवार से अलग रहता है. उसकी दो बेटियां हैं और आधी एकड़ जमीन ही आय का जरिया है.
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परेशानी में उठाया ये कदम
उसकी पत्नी ने बताया कि हरदेव ने हाल ही में धान बेचा था. जिसकी राशि जरूरत की चीजों में खर्च हो गई थी, लेकिन पिछले कुछ दिनों से उनके पास खाने को कुछ नहीं है. जिसकी वजह से वो परेशान था.