धमतरी: जिले में हुए अंधे कत्ल के मामले में पुलिस ने 9 दिनों बाद शव की शिनाख्त तो कर ली है, लेकिन 3 हफ्ते बीत जाने के बाद भी पुलिस को कातिलों का पता नहीं लग पाया है. मृतक की पहचान गोविंदा धीवर के तौर पर की गई थी जो कि रायपुर के खरोरा थाना क्षेत्र स्थित मुड़पार गांव का रहने वाला था. वह खरोरा के एक मोबाइल दुकान में काम करता था.
गंगरेल बांध से बरामद हुई युवक की लाश
बता दें कि गोविंदा धीवर बीते 21 अप्रैल से लापता था, जिसकी लाश 28 अप्रैल को धमतरी के गंगरेल बांध मे सड़ी-गली हालत में बरामद हुई थी. इतना ही नहीं शरीर से एक पैर पूरी तरह से गायब था, चेहरा भी मछलियों ने नोच खाया था. दोनों हाथ बंधे हुए थे और कंधे पर लटके बैग में पत्थर भरा हुआ था, जिससे स्पष्ट था कि ये सुनयोजित हत्या है.
कातिल अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर
हत्यारों ने लाश को गंगरेल बांध मे डुबाकर हर सबूत नष्ट करने की कोशिश जरूर की थी लेकिन वो नकाम हो गए. धमतरी पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती लाश की शिनाख्ती करनी थी, वह भी अब पूरी हो चुकी है. लेकिन लाश मिले 3 हफ्ते गुजर चुके हैं और अब तक पुलिस के हाथ खाली हैं. फिलहाल पुलिस लगातार प्रयास करने की बात कह रही हैं और जल्द गुनहगारों तक पहुंचने का दावा कर रही है.