धमतरी : नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ रैली निकाली गई. इस विरोध प्रदर्शन को कांग्रेस सहित बसपा, राकांपा और कम्युनिस्ट पार्टी जैसे राजनीतिक दलों ने भी समर्थन दिया. इसके अलावा आदिवासी समाज के लोग भी रैली में शामिल हुए.
ये रैली धमतरी की पुरानी मंडी से शुरू होकर गांधी मैदान पहुंची, जहां सभा ली गई. प्रदर्शनकारियों ने इस नए कानून को संविधान विरोधी बताते हुए आरोप लगाया कि, 'सरकार में बैठे लोग कुछ खास वर्ग के लोगों का वोट पाने के लिए देश को धर्म के नाम पर विभाजित करना चाहते हैं. नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में अंजुमन इस्लामिया कमेटी सहित बहुजन क्रांति मोर्चा,आदिवासी समाज ने पुरानी मंडी से गांधी चौक तक संविधान बचाओ रैली निकाली और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा.
मंच से नेताओं ने कहा कि, 'संविधान में धर्म के आधार पर नागरिकता देने की बात कहीं भी नहीं कही गई है'. संयुक्त मोर्चा ने स्पष्ट कहा कि, 'यदि मोदी सरकार की नजर में देश के 130 करोड़ लोगों की नागरिकता संदिग्ध है, तो उनके वोटों से चुनी गई ये सरकार भी अवैध है और इसे सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं है'.