धमतरी: कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस ने बजरंग दल को प्रतिबंधित संगठन पीएफआई से की और सरकार आने पर उसे बैन करने तक की बात कह डाली. देशभर में बजरंग दल के कार्रयकर्ता इसका विरोध कर रहे हैं. धमतरी में भी बजरंग दल ने कांग्रेस पार्टी का पुतला जलाने की कोशिश की, जिसे पुलिस ने नाकाम कर दिया. पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के जिला कार्यालय में घुस कर हंगामा किया. प्रदर्शन के दौरान पुलिस और बजरंगियों के बीच जम कर झूमाझटकी हुई. मामले में अब कांग्रेस ने बजरंगियों कें खिलाफ एफआईआर करवाने की बात कही है.
कांग्रेस ने कही एफआईआर: मामले पर कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष शरद लोहाना ने कहा कि "हमारा देश एक लोकतांत्रिक देश है. जहां किसी भी व्यक्ति और संस्था को अपना अपना विरोध दर्ज कराने का अधिकार है. धमतरी जिला प्रशासन ने इसके लिए स्थान भी चिन्हांकित भी किया है. परंतु बजरंग दल धमतरी ने किसी अज्ञात मुद्दे को लेकर जिस प्रकार जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय राजीव भवन में घुसकर तोड़-फोड़ करते हुए गाली गलौच किया, यह एक गुंदागर्दी की श्रेणी में आता है. इस प्रकार के लोग समाज में जहर घोलने और शहर के शातप्रिय महौल को खराब करने की कोसिश कर रहे है."
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इसलिए बजरंगी कर रहे प्रदर्शन: कर्नाटक चुनाव के लिए मंगलवार को जारी कांग्रेस के घोषणापत्र में विश्व हिंदू परिषद की युवा ईकाई बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव है. कांग्रेस के घोषणा पत्र में कहा गया है कि वो सभी संगठन, जो जाति और धर्म के आधार पर समुदायों में नफरत और दुश्मनी फैलाते हैं, उन्हें प्रतिबंधित किया जाएगा. कांग्रेस के इस वादे से सियासत गरमा गई है. इसी के विरोध में बुधवार को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने कांग्रेस पार्टी की शव यात्रा निकाली. गांधी मैदान में पुतला जलाने की कोशिश की गई लेकिन पुलिस ने उन्हें जलाने नहीं दिया. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झूमा झटकी हुई.