धमतरी: धमतरी के बहुप्रतीक्षित ट्रामा सेंटर की मांग को मंजूरी मिल गई है, जिससे जिले वासियों में खुशी की लहर है. अब सड़क हादसों में घायल लोगों को समय पर इलाज मिलने से जान नहीं गंवानी पडेगी. शासन ने 4 करोड़ 37 लाख की स्वीकृति दी है, जिससे जिला अस्पताल के न्यू वार्ड में ट्रामा सेंटर स्थापित किया (Approval for demand of trauma center in Dhamtari ) जाएगा.
कई लोगों की रास्ते में हो जाती थी मौत: दरअसल, धमतरी बस्तर का प्रवेश द्वार है, जिसके कारण भारी वाहनों की आवाजाही लगी रहती है. इसके साथ ही जिले में स्थित महानदी में रेत खदान संचालित होता है. ऐसे में रेत लेने आसपास जिले के हाइवा वाहन बड़ी संख्या में यहां पहुंचती है. जिसके कारण आए दिन दुर्घटना होती है. जगदलपुर से रायपुर के बीच करीब 300 किलोमीटर में एक भी ट्रामा सेंटर नही था. आसपास 50 किलोमीटर की जद में होने वाले हादसों के बाद घायलों को धमतरी ही लाया जाता है. लेकिन जिले के सरकारी अस्पताल में इलाज की सुविधा नहीं होने से घायलों को रायपुर स्थित बड़े अस्पतालों में रेफर किया जाता है. इस दौरान कई घायलों की रास्ते में ही मौत हो जाती है.
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ये सुविधाएं हैं उपलब्ध:अब जिले में समय पर इलाज मिलने से घायलों को अपनी जान नहीं गंवानी पडेगी. जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. यूएल कौशिक ने बताया, जिला अस्पताल में सीजीएमएससी द्वारा ट्रामा यूनिट का निर्माण किया जायेगा. जिसमें 4 करोड़ 37 लाख रुपये की लागत आयेगी. इसमें सभी उपकरण और सिविल वर्क शामिल है. ट्रामा यूनिट के अंतर्गत हड्डी रोग विशेषज्ञ, सर्जन और निश्चेतना विशेषज्ञ के अलावा पैरामेडिकल स्टाफ यहां तैनात रहेगा. जहां सिटी स्कैन भी लगाया जाएगा. मॉड्यूलर ओटी भी तैयार होगा.
जिलेवासी खुश: जिले में ट्रामा सेंटर की स्वीकृति के बाद जिलेवासियों में खुशी की लहर है. सभी वर्ग के लोग शासन को धन्यवाद ज्ञापित कर रहे हैं. साथ ही ट्रामा सेंटर खुलने से सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौत पर अब कुछ हद तक लगाम लगने की बात जिलेवासियों द्वारा कही जा रही है.