धमतरी: धमतरी मगरलोड के नारधा में अतिक्रमण को लेकर हुई कार्रवाई का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. अतिक्रमण पर हुई कार्रवाई के बाद अब आदिवासी परिवार सड़क पर आ गया है. इन परिवारों के पास न तो रहने के लिए छत है और न ही खाने के लिए राशन है. अब यह परिवार कड़कड़ाती ठंड में खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है. पीड़ित परिवार ने जिला प्रशासन से इंसाफ और मदद की गुहार लगाई है.Action against encroachment in Dhamtari
धमतरी के नारधा का मामला: पूरा मामला ग्राम पंचायत डूमरपाली के आश्रित ग्राम नारधा का है. जहां एक गरीब आदिवासी परिवार का आशियाना ढहाने का आरोप लगा है.अतिक्रमण के नाम पर की गई इस कार्रवाई में अब आदिवासी परिवार बेघर हो गया है.पीड़ित परिवार का कहना है कि "उनका परिवार उस जगह पर घर बनाकर तीस वर्षाे से जीवन यापन कर रहा था.पंचायत ने उनके जगह को अतिक्रमण बताकर तोड़ दिया.पीड़ित परिवार का आरोप है कि कार्रवाई के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों ने उनकी एक नही सुनी.बल्कि पंचायत के जिम्मेदारों और शासकीय अधिकारियों ने उनके साथ जोर जबरदस्ती करते हुए मारपीट भी किया है.परिवार के महिलाओं के साथ बच्चों को भी नही छोड़ा गया,उनके साथ मारपीट का आरोप पीड़ित परिवार लगा रहा है"tribal family homeless due to encroachment action
बदले की भावना से कार्रवाई का आरोप: पीड़ित परिवार का कहना है कि" जिस घास भूमि पर मकान को अतिक्रमण बताकर तोड़ा गया है. उस जगह पर और भी कब्जे के मकान हैं. सिर्फ हमारा मकान तोड़ा गया है. यहां पर 30 से ज्यादा मकान है. रेत खनन के मामले में सरपंच की शिकायत करने पर हमारे ऊपर कार्रवाई की गई है" इस मामले में अब सर्व आदिवासी समाज ने निष्पक्ष जांच की मांग की है. नहीं तो उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है. इसके साथ ही पीड़ित परिवार को अस्थाई तौर पर रहने और खाने की व्यवस्था करने की मांग भी सर्व आदिवासी समाज ने की है" Dhamtari latest news
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जिला प्रशासन ने जांच की कही बात: इस मामले को धमतरी जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है. अफसरों ने मामले की निष्पक्ष जांच किए जाने की बात कही है. वहीं दोषी पाए जाने पर नियम के तहत कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.इसके अलावा पीड़ित परिवार के अस्थाई तौर पर रहने और खाने की व्यवस्था कराने की बात कही है.