धमतरी : जिले में मंगलवार को एक नन्हे हाथी की मौत हो गई थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हाथी की मौत का कारण दम घुटना बताया गया है.इस बात की पुष्टि धमतरी डीएफओ अमिताभ वाजपेयी ने की है. बीते मंगलवार को केरेगांव रेंज के मोंगरी गांव के पास दलदल में हाथी की लाश मिली थी. वन विभाग के मुताबिक 20 हाथियों का दल घटना स्थल के पास मौजूद है. वन विभाग के ने आस-पास की बस्तियों में अलर्ट जारी किया है.
दरअसल, धमतरी में पिछले एक हफ्ते से हाथियों का दल धमतरी के डुबान इलाके में डेरा डाले हुए है. 21 हाथियों का दल डुबान होते हुए कांकेर जिले के नरहरपुर के सरहद से वापस आ लौट रहा था, जहां हाथियों के दल से एक छोटे हाथी की दलदल में फंसने से मौत हो गई थी.हाथी की मौत की खबर मिलते ही डीएफओ अमिताभ वाजपेयी,रेंजर सहित वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचा था.
डीएफओ अमिताभ बाजपेयी ने बताया कि देर रात उरपुटी गांव में हाथी आने की सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम ने हाथियों के दल को गांव से भगाया गया था.इसके बाद सुबह वन अमले को सूचना मिली कि ग्राम मोंगरी के पास दलदल में हाथी का बच्चा फंस गया है. जब वन अमला पहुंचा तो हाथी का बच्चा दलदल में फंसा हुआ मृत पाया गया. फिलहाल, वन विभाग ने तीन साल के इस मृत हाथी का अंतिम संस्कार कर दिया है. वहीं आसपास के ग्रामीणों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है.
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सीएम ने दिए उचित निर्देश
बता दें कि सीएम भूपेश बघेल की अध्यक्षता में उनके निवास कार्यालय में राज्य में वन्य प्राणियों के संरक्षण के संबंध में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई. प्रदेश में लगातार हो रही हाथियों के मौत के मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में बुधवार को वन विभाग की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई थी. मीटिंग के दौरान प्रदेश में 6 हाथियों की मौत को लेकर चर्चा की गई. इस बैठक में हाथियों की मौत पर समीक्षा की गई और उचित निर्देश दिए गए.