धमतरी: छत्तीसगढ़ पुलिस का सूूत्र वाक्य यानी स्लोगन है 'परित्राणाय साधुनाम', इसका अर्थ है सज्जनों को सुरक्षा देना. धमतरी पुलिस ने कोरोना संकट में अपने इस सूत्र वाक्य को चरितार्थ करने की पहल की है. जो पुलिस अधिकारी और कर्मचारी कोरोना को मात देकर स्वस्थ हुए हैं, अब वो दूसरे कोरोना मरीजों की जान बचाने के लिए अपना प्लाज्मा डोनेट कर रहे हैं. इसकी शुरुआत डीएसपी रागिनी तिवारी, आरक्षक ब्रह्मानंद कुंजाम और महेंद्र सोरी ने की है. सोमवार को तीनों रायपुर जाकर अपना प्लाज्मा दान किया. प्लाज्मा देने के बाद तीनों ने अपने इस योगदान पर खुशी भी जाहिर की. उम्मीद जताई कि उनके प्लाज्मा से अगर किसी को भी फायदा होता है तो दान सार्थक हो जाएगा. जिले के आला अफसर भी इस पहल से खुश हैं. बेशक थानों और सड़कों पर लगातार कोरोना कंट्रोल में पसीना बहाने वाले पुलिसकर्मी अब प्लाज्मा डोनेट कर रहे हैं तो इससे प्रेरणा लिया जा सकता है.
रायपुर के अस्पतालों में खाली हैं बेड, होम आइसोलेशन में स्वस्थ हो रहे ज्यादातर मरीज
पुलिसकर्मी अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे
एएसपी मनीषा ठाकुर रावटे ने कहा कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण हालात ऐसे बन रहे हैं कि अब लोगों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी है. इसी वजह से प्रशासन द्वारा संक्रमण की चेन को तोड़ने और उसकी रोकथाम के लिए लॉकडाउन का आदेश जारी किया है. लॉकडाउन के दौरान सभी पुलिस अधिकारी कर्मचारी संक्रमण की चेन तोड़ने और संक्रमण से आम लोगों की बचाव के लिए निरंतर अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं. इस दौरान कुछ पुलिस जवान कोरोना वायरस (कोविड-19) से संक्रमित भी हुए. संक्रमण से मुक्त होकर ऐसे पुलिस जवानों ने उसे अवसर के रूप में लिया और अन्य संक्रमित व्यक्तियों का जीवन बचाने के लिए स्वेच्छा से अपना प्लाज्मा डोनेट कर रहे हैं.
रायपुर में कोरोना संक्रमित एएसआई की मौत, अबतक 9 ने गंवाई जान
धमतरी में रविवार को मिले 202 कोरोना संक्रमित
राज्य स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक धमतरी में रविवार को 202 कोरोना संक्रमित मिले. 10 कोरोना संक्रमित ने अपनी जान गंवाई. जिले में अबतक 20 हजार से ज्यादा संक्रमित मिल चुके हैं. 375 कोरोना संक्रमित की अबतक मौत हो चुकी है. जिले में वर्तमान समय में एक्टिव मरीजों की संख्या 4,517 है.