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मोटर मैकेनिक बनकर जिंदगी को रफ्तार देने में जुटी हैं दंतेवाड़ा की सुनीता कश्यप

सक्षम योजना का लाभ उठाकर धुर नक्सली जिले दंतेवाड़ा की सुनीता कश्यप मोटर मैकेनिक बनकर प्रतिमाह दस हजार रुपए कमा रही हैं. सुनीता ने ETV भारत से चर्चा के दौरान बताया कि सक्षम योजना के तहत उसे 80 हजार रुपए का ऋण स्वीकृत किया गया था. इसके माध्यम से उसने मोटर मैकेनिक की दुकान खोली और आज महीने के 10 हजार रुपए कमा रही हैं.

Women  becoming self dependent from saksham yojna in chhattisgarh
सुनीता कश्यप को मिला सक्षम योजना का लाभ
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Published : Dec 10, 2020, 1:33 PM IST

Updated : Dec 12, 2020, 5:51 PM IST

दंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ शासन महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही हैं. इसी में से एक है सक्षम योजना. छत्तीसगढ़ महिला कोष के तहत चलाई जा रही इस योजना से सुनीता कश्यप जैसी हजारों महिलाएं खुद को स्वावलंबी बना रही हैं. ETV भारत से चर्चा के दौरान सुनीता कश्यप ने बताया कि सक्षम योजना के तहत उसे 80 हजार रुपए का ऋण स्वीकृत किया गया था. इसके माध्यम से उसने मोटर मैकेनिक की दुकान खोली और आज महीने के 10 हजार रुपए कमा रही हैं.

मोटर मैकेनिक बनकर प्रतिमाह दस हजार रुपए कमा रही सुनीता कश्यप

सुनीता ने बताया कि वे गरीबी रेखा से नीचे आती हैं. उसने स्वावलंबी बनने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ महिला कोष के तहत आवेदन भरकर मोटर मैकेनिक की दुकान खोलने के लिए ऋण लिया था. जिसके माध्यम से उन्होंने कतियारास चौक, दंतेवाड़ा में मोटर मैकेनिक की दुकान खोली. उन्होंने बताया कि पहले उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. उन्हें छोटी सी दुकान में गुजारा करना पड़ता था, लेकिन शासन-प्रशासन की मदद से उन्हें लोन मिला और आर्थिक स्थिति सुधर गई है. उन्होंने बताया कि आज वे अपने बच्चों का पालन-पोषण ठीक से कर पा रही हैं. उन्होंने महिला एवं बाल विकास और छत्तीसगढ़ शासन का धन्यवाद किया है.

पढ़ें: दुर्ग: 'बिहान बाजार' में पहले दिन डेढ़ लाख से ज्यादा की बिक्री, छत्तीसगढ़ी व्यंजनों को खूब पसंद कर रहे लोग

क्या है सक्षम योजना?

छत्तीसगढ़ महिला कोष की ओर से 2009-10 में सक्षम योजना की शुरुआत की गई थी. इस योजना के तहत गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करने वाली महिलाओं की मदद की जाती है. इसके साथ ही एचआईवी पॉजिटिव और तृतीय लिंग (Trans Gender) हितग्राहियों को भी इस योजना का लाभ मिलता है. इस योजना में 6 से 50 प्रतिशत साधारण ब्याज की दर पर एक लाख रुपये तक का ऋण 5 वर्गों के लिए आसान किश्तों में दिया जाता है.

दंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ शासन महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही हैं. इसी में से एक है सक्षम योजना. छत्तीसगढ़ महिला कोष के तहत चलाई जा रही इस योजना से सुनीता कश्यप जैसी हजारों महिलाएं खुद को स्वावलंबी बना रही हैं. ETV भारत से चर्चा के दौरान सुनीता कश्यप ने बताया कि सक्षम योजना के तहत उसे 80 हजार रुपए का ऋण स्वीकृत किया गया था. इसके माध्यम से उसने मोटर मैकेनिक की दुकान खोली और आज महीने के 10 हजार रुपए कमा रही हैं.

मोटर मैकेनिक बनकर प्रतिमाह दस हजार रुपए कमा रही सुनीता कश्यप

सुनीता ने बताया कि वे गरीबी रेखा से नीचे आती हैं. उसने स्वावलंबी बनने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ महिला कोष के तहत आवेदन भरकर मोटर मैकेनिक की दुकान खोलने के लिए ऋण लिया था. जिसके माध्यम से उन्होंने कतियारास चौक, दंतेवाड़ा में मोटर मैकेनिक की दुकान खोली. उन्होंने बताया कि पहले उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. उन्हें छोटी सी दुकान में गुजारा करना पड़ता था, लेकिन शासन-प्रशासन की मदद से उन्हें लोन मिला और आर्थिक स्थिति सुधर गई है. उन्होंने बताया कि आज वे अपने बच्चों का पालन-पोषण ठीक से कर पा रही हैं. उन्होंने महिला एवं बाल विकास और छत्तीसगढ़ शासन का धन्यवाद किया है.

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क्या है सक्षम योजना?

छत्तीसगढ़ महिला कोष की ओर से 2009-10 में सक्षम योजना की शुरुआत की गई थी. इस योजना के तहत गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करने वाली महिलाओं की मदद की जाती है. इसके साथ ही एचआईवी पॉजिटिव और तृतीय लिंग (Trans Gender) हितग्राहियों को भी इस योजना का लाभ मिलता है. इस योजना में 6 से 50 प्रतिशत साधारण ब्याज की दर पर एक लाख रुपये तक का ऋण 5 वर्गों के लिए आसान किश्तों में दिया जाता है.

Last Updated : Dec 12, 2020, 5:51 PM IST
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