दंंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा नहाड़ी गांव में 10 पंचायत के सैकड़ों ग्रामीण पिछले 38 दिनों से जुटे हैं. आदिवासी नए पुलिस कैंप स्थापना का विरोध (Villagers protest against police in Dantewada) कर रहे हैं. सैकड़ों ग्रामीणों ने पुलिस के जवानों पर गम्भीर आरोप लगाया है. ग्रामीणों ने गुरुवार को भी बड़ी संख्या में जुट कर रैली निकाली और पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
ग्रामीणों ने बताया कि 29 और 30 नवम्बर को सर्चिंग पर नहाड़ी पहुंचे जवानों ने खेत में काम कर रहे ग्रामीणों पर फायरिंग कर (Police fire on villagers) दी. जिसके बाद भागकर ग्रामीण ने जान बचाई. विरोध प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों के मंच पर कब्जा कर जवानों ने ग्रामीणों को गोली से मार देने की धमकी भी दी थी. आदिवासियों ने दोषी जवानों पर कार्रवाई की मांग की है.
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अंबेडकर का उड़ाया मजाक
आदिवासियों का यह भी आरोप है कि जवानों ने मंच पर विराजमान बी आर अम्बेडकर की प्रतिमा (BR Ambedkar statue) का मजाक उड़ाया.
एसपी ने दी सफाई
एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव (SP Dr. Abhishek Pallav) ने आदिवासियों के आरोपों को बेबुनियाद बताया है. दंतेवाड़ा एसपी का कहना है कि नक्सलियों के बहकावे में आकर ग्रामीण आरोप लगा रहे हैं. पुलिस नक्सलियों की तलाश में जंगलों पर सर्चिंग पर जाती है. अगर आरोप में सच्चाई है तो घायलों को लायें, तब उनका उपचार करवाया जाएगा. अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसे सजा भी दी जाएगी. एसपी ने ग्रामीणों के आरोप को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि ये नक्सलियों के दवाब में आरोप लगा रहे हैं.