दंतेवाड़ा: लोन वर्राटु अभियान (lone varratu campaign) से प्रभावित होकर दो नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण (Surrender) किया है. दंंतेवाड़ा में चलाई जा रही पुनर्वास नीति (rehabilitation policy) के तहत पुलिस को एक और सफलता हाथ लगी है. नक्सलियों द्वारा चलाए जा रहे जनपितुरी सप्ताह के दौरान किरंदुल थाना (Kirandul Police Station) क्षेत्र में नक्सलियों ने पुलिस के सामने सरेंडर किया है. दोनों सक्रिय नक्सली दरभा डिविजन बलांगीर एरिया कमेटी में हत्या, लूटमार जैसी आपराधिक घटनाओं में शामिल थे और दोनों पर कई थानों में मामले दर्ज हैं.
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एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि पिछले 11 महीनों में दंतेवाड़ा जिले के विभिन्न गांव में नक्सली संगठन (Naxalite organization) में सक्रिय नक्सलियों की सूची हमने गांव-गांव में चस्पा की. उन्होंने कहा कि हम लगातार नक्सलियों से अपील कर रहे हैं कि वे अच्छे जीवनयापन करने के लिए शासन द्वारा चलाई जा रही पुनर्वास नीति और लोन वर्राटु अभियान (lone varratu campaign) का फायदा उठाते हुए आत्मसमर्पण करें.
383 नक्सली कर चुके हैं आत्मसमर्पण
एसपी ने बताया कि खोखली विचारधारा से तंग आकर नक्सली अब आत्मसमर्पण कर रहे हैं. लोन वर्राटु अभियान के तहत अब तक दंतेवाड़ा में कुल 383 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं. जिसमें 103 इनामी नक्सली हैं. इन्हें शासन द्वारा चलाई जा रही पुनर्वास नीति के तहत उनके खाते में पुरस्कार के रूप में 10 हजार रुपये दिए जाएंगे और समर्पित नक्सलियों को इच्छा के मुताबिक मुख्यधारा में जुड़ने के बाद काम भी दिया जाएगा.