दोपहर 1 बजे पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम समर्थन देने धरनास्थल पहुंचे. वहीं बस्तर सांसद दीपक बैज भी किरंदुल पहुंच रहे हैं. आंदोलनकारियों को सांसद से एक सार्थक आश्वासन की उम्मीद है. 4 दिनों से चल रहे इस शांतिपूर्ण आंदोलन के अब उग्र होने के आसार बन रहे हैं.
आदिवासी आंदोलन LIVE: धरने पर बैठे कुछ आदिवासियों की तबीयत बिगड़ी - undefined
2019-06-10 17:37:30
दीपक बैज पहुंचे धरनास्थल
2019-06-10 17:34:08
धरने पर बैठे आदिवासियों की बिगड़ी तबीयत
- धरने पर बैठे आदिवासियों की तबीयत बिगड़ने लगी है. रविवार देर रात लगभग डेढ़ सौ आदिवासियों को इलाज के लिए NMDC परियोजना अस्पताल लाया गया. जहां उल्टी, दस्त और बुखार से पीड़ित दर्जन भर आदिवासियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सोमवार सुबह भी 50 से अधिक लोग इलाज कराने अस्पताल पहुंचे.
- आंदोलन स्थल पर प्रशासन की ओर स्वास्थ्य सेवा की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. कई लोग आंदोलन स्थल पर ही पड़े हुए हैं.
- अब तक कोई भी सकारात्मक बातचीत नहीं हो पाई है.
- आज NMDC बचेली के मजदूर संगठन ने भी समर्थन में काम धीमा करने का ऐलान किया है.
2019-06-10 17:21:52
आदिवासी आंदोलन LIVE: सर्व आदिवासी समाज का समर्थन, दीपक बैज और अरविंद नेताम पहुंचे
दंतेवाड़ा : किरंदुल में आदिवासियों का आंदोलन चौथे दिन भी जारी है. आदिवासी अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर पिछले 5 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं इस आंदोलन से NMDC के करीब 25 सौ मजदूर खाली बैठे हैं. आदिवासी खाने की पोटली लेकर साथ गए हैं और भारी बारिश, बदलते मौसम के बीच भी आंदोलन कर रहे हैं. बस्तर सांसद दीपक बैज और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम भी धरनास्थल पहुंचे हैं. दोनों नेताओं ने ग्रामीणों से मुलाकात की है.
आदिवासी आंदोलन का चौथा दिन
आदिवासी ये आंदोलन NMDC के सामने कर रहे हैं, जिसके चलते NMDC का उत्पादन ठप पड़ा है. उत्पादन नहीं होने से NMDC को करीब 24 करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा है. बता दें कि आदिवासियों के आंदोलन को राजनीतिक दलों, संगठनों और स्थानीय नेताओं का समर्थन मिल रहा है. शनिवार को जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) सुप्रीमो अजीत जोगी ने ग्रामीणों से मुलाकात की. कई आदिवासी नेता आदिवासियों के आंदोलन में पहुंच चुके हैं.
सर्व आदिवासी समाज ने दिया समर्थन
इधर सर्व आदिवासी समाज ने भी आंदोलन को समर्थन दिया है. सर्व आदिवासी समाज के प्रदेश अध्यक्ष बीपीएस नेताम ने कहा कि आदिवासियों के साथ नाइंसाफी नहीं होने देंगे. सरकार अपने फायदे के लिए जंगड़, पहाड़ बेच रही है. नेताम ने कहा कि अभी 200 गांव के आदिवासी आंदोलन कर रहे हैं, आने वाले वक्त में पूरे प्रदेश के आदिवासी आंदोलन करेंगे. नेताम ने कहा कि राज्य सरकार को इसमें सीधे-सीधे हस्तक्षेप करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इतना बड़ा विरोध हो रहा है, इसका ठेका निरस्त होना चाहिए.
आंदोलन की बड़ी बातें-
- शनिवार को बैलाडीला के फुटबाल ग्राउंड में जिलेभर के आदिवासी पारंपरिक वेशभूषा और तीर धनुष लेकर एकत्र हुए.
- मंत्री कवासी लखमा ने केंद्रीय मंत्री से आंदोलन को लेकर मुलाकात की है. लखमा ने इस पूरे मामले में प्रधानमंत्री से मिलने की बात कही है.
- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पिछली सरकार पर आरोप लगाया है. बघेल ने भी नंदराज पर्वत पर खनन का विरोध किया है.
- ग्रामीणों ने अडानी, जिंदल, एस्सार जैसे बहुराष्ट्रीय कंपनियों पर बस्तर में फर्जी ग्रामसभा कराने का आरोप लगाया है. यही नहीं जमीनें हड़पने में स्थानीय प्रशासन की भी मिलीभगत का आरोप लगाया है.
- बच्चे, बुर्जुग और महिलाएं बड़ी संख्या में सभी अपने घरों से चावल और खाने का सामान बांधकर प्रर्दशन करने पंहुचे हुए थे.
- ग्रामीणों ने कहा कि लौह अस्यक की डीपोजिट 13 नबंर खदान को एनएमडीसी और सीएमडीसी के संयुक्त उपक्रम में चलाने की लीज मिली था, जिसको अडानी को बेच दिया गया है.
- बैलाडीला की पहाड़ियों के पीछे आदिवासियो के कुल देवता नंदराज हैं और 13 नंबर की पहाड़ियों में उनका मंदिर है. ग्रामीणों का कहना है कि जब यहां एनएमडीसी प्लांट का नामो-निशान नहीं था, तब से इस पहाड़ी में स्थानीय ग्रामीण पूजा अर्चना करते आ रहे हैं.
- आदिवासियों ने कहा कि जल, जंगल, जमीन हमारी है और हम किसी भी हाल में यह खदान खुलने नही देंगे.
- मंत्री कवासी लखमा, आप नेता सोनी सोरी और कांग्रेस नेता दीपक कर्मा ने भी आदिवासियों के आंदोलन को समर्थन दिया है.
- आदिवासी अपनी मांग को लेकर पिछले 4 दिनों लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.
- बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल क्षेत्र में आदिवासियों ने लामबंद होकर राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा है.
- शुक्रवार को 2 सौ गांव के आदिवासी समाज के लोग NMDC का घेराव करने पहुंचे और किसी भी कर्मचारी को खदान के अंदर घुसने नहीं दिया.
2019-06-10 17:37:30
दीपक बैज पहुंचे धरनास्थल
दोपहर 1 बजे पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम समर्थन देने धरनास्थल पहुंचे. वहीं बस्तर सांसद दीपक बैज भी किरंदुल पहुंच रहे हैं. आंदोलनकारियों को सांसद से एक सार्थक आश्वासन की उम्मीद है. 4 दिनों से चल रहे इस शांतिपूर्ण आंदोलन के अब उग्र होने के आसार बन रहे हैं.
2019-06-10 17:34:08
धरने पर बैठे आदिवासियों की बिगड़ी तबीयत
- धरने पर बैठे आदिवासियों की तबीयत बिगड़ने लगी है. रविवार देर रात लगभग डेढ़ सौ आदिवासियों को इलाज के लिए NMDC परियोजना अस्पताल लाया गया. जहां उल्टी, दस्त और बुखार से पीड़ित दर्जन भर आदिवासियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सोमवार सुबह भी 50 से अधिक लोग इलाज कराने अस्पताल पहुंचे.
- आंदोलन स्थल पर प्रशासन की ओर स्वास्थ्य सेवा की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. कई लोग आंदोलन स्थल पर ही पड़े हुए हैं.
- अब तक कोई भी सकारात्मक बातचीत नहीं हो पाई है.
- आज NMDC बचेली के मजदूर संगठन ने भी समर्थन में काम धीमा करने का ऐलान किया है.
2019-06-10 17:21:52
आदिवासी आंदोलन LIVE: सर्व आदिवासी समाज का समर्थन, दीपक बैज और अरविंद नेताम पहुंचे
दंतेवाड़ा : किरंदुल में आदिवासियों का आंदोलन चौथे दिन भी जारी है. आदिवासी अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर पिछले 5 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं इस आंदोलन से NMDC के करीब 25 सौ मजदूर खाली बैठे हैं. आदिवासी खाने की पोटली लेकर साथ गए हैं और भारी बारिश, बदलते मौसम के बीच भी आंदोलन कर रहे हैं. बस्तर सांसद दीपक बैज और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम भी धरनास्थल पहुंचे हैं. दोनों नेताओं ने ग्रामीणों से मुलाकात की है.
आदिवासी आंदोलन का चौथा दिन
आदिवासी ये आंदोलन NMDC के सामने कर रहे हैं, जिसके चलते NMDC का उत्पादन ठप पड़ा है. उत्पादन नहीं होने से NMDC को करीब 24 करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा है. बता दें कि आदिवासियों के आंदोलन को राजनीतिक दलों, संगठनों और स्थानीय नेताओं का समर्थन मिल रहा है. शनिवार को जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) सुप्रीमो अजीत जोगी ने ग्रामीणों से मुलाकात की. कई आदिवासी नेता आदिवासियों के आंदोलन में पहुंच चुके हैं.
सर्व आदिवासी समाज ने दिया समर्थन
इधर सर्व आदिवासी समाज ने भी आंदोलन को समर्थन दिया है. सर्व आदिवासी समाज के प्रदेश अध्यक्ष बीपीएस नेताम ने कहा कि आदिवासियों के साथ नाइंसाफी नहीं होने देंगे. सरकार अपने फायदे के लिए जंगड़, पहाड़ बेच रही है. नेताम ने कहा कि अभी 200 गांव के आदिवासी आंदोलन कर रहे हैं, आने वाले वक्त में पूरे प्रदेश के आदिवासी आंदोलन करेंगे. नेताम ने कहा कि राज्य सरकार को इसमें सीधे-सीधे हस्तक्षेप करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इतना बड़ा विरोध हो रहा है, इसका ठेका निरस्त होना चाहिए.
आंदोलन की बड़ी बातें-
- शनिवार को बैलाडीला के फुटबाल ग्राउंड में जिलेभर के आदिवासी पारंपरिक वेशभूषा और तीर धनुष लेकर एकत्र हुए.
- मंत्री कवासी लखमा ने केंद्रीय मंत्री से आंदोलन को लेकर मुलाकात की है. लखमा ने इस पूरे मामले में प्रधानमंत्री से मिलने की बात कही है.
- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पिछली सरकार पर आरोप लगाया है. बघेल ने भी नंदराज पर्वत पर खनन का विरोध किया है.
- ग्रामीणों ने अडानी, जिंदल, एस्सार जैसे बहुराष्ट्रीय कंपनियों पर बस्तर में फर्जी ग्रामसभा कराने का आरोप लगाया है. यही नहीं जमीनें हड़पने में स्थानीय प्रशासन की भी मिलीभगत का आरोप लगाया है.
- बच्चे, बुर्जुग और महिलाएं बड़ी संख्या में सभी अपने घरों से चावल और खाने का सामान बांधकर प्रर्दशन करने पंहुचे हुए थे.
- ग्रामीणों ने कहा कि लौह अस्यक की डीपोजिट 13 नबंर खदान को एनएमडीसी और सीएमडीसी के संयुक्त उपक्रम में चलाने की लीज मिली था, जिसको अडानी को बेच दिया गया है.
- बैलाडीला की पहाड़ियों के पीछे आदिवासियो के कुल देवता नंदराज हैं और 13 नंबर की पहाड़ियों में उनका मंदिर है. ग्रामीणों का कहना है कि जब यहां एनएमडीसी प्लांट का नामो-निशान नहीं था, तब से इस पहाड़ी में स्थानीय ग्रामीण पूजा अर्चना करते आ रहे हैं.
- आदिवासियों ने कहा कि जल, जंगल, जमीन हमारी है और हम किसी भी हाल में यह खदान खुलने नही देंगे.
- मंत्री कवासी लखमा, आप नेता सोनी सोरी और कांग्रेस नेता दीपक कर्मा ने भी आदिवासियों के आंदोलन को समर्थन दिया है.
- आदिवासी अपनी मांग को लेकर पिछले 4 दिनों लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.
- बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल क्षेत्र में आदिवासियों ने लामबंद होकर राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा है.
- शुक्रवार को 2 सौ गांव के आदिवासी समाज के लोग NMDC का घेराव करने पहुंचे और किसी भी कर्मचारी को खदान के अंदर घुसने नहीं दिया.
HH
Conclusion:
TAGGED:
HH