दंतेवाड़ा: झीरम कांड की 8वीं बरसी पर दंतेवाड़ा के गायत्री चौक पर बस्तर टाइगर के नाम से विख्यात दिवंगत महेंद्र कर्मा की प्रतिमा का अनावरण किया गया. कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के मुख्य भूपेश बघेल ने राजधानी रायपुर से वर्चुअल माध्यम से जुड़े. दोपहर 12 बजे मुख्यमंत्री और आबकारी मंत्री कवासी लखमा, दंतेवाड़ा विधायक देवती कर्मा समेत परिवार के लोगों ने कोविड नियमों का पालन करते हुए मूर्ति का अनावरण किया गया.
मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि बस्तर टाइगर महेंद्र कर्मा की यादों को भुलाया नहीं जा सकता. उन्होंने बस्तर के लिए अपना सर्वस्व जीवन समर्पित कर दिया. पूरी जिंदगी वे आदिवासियों के हित के लिए लड़ते रहे. 8वीं बरसी पर बस्तर विश्वविद्यालय और डिमरापाल स्थित स्वर्गीय बलीराम कश्यप स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के अस्पताल का नामकरण शहीद महेंद्र कर्मा के नाम पर किया गया.
'NIA न खुद कर रही और न हमें करने दे रही झीरम हमले की जांच, दाल में कहीं न कहीं काला है'
क्या है झीरम कांड ?
25 मई 2013 को तत्कालीन पीसीसी चीफ नंदकुमार पटेल की अगुवाई में निकाली गई परिवर्तन यात्रा के तहत सुकमा जिले में सभा आयोजित की गई थी. इस सभा से लौट रहे कांग्रेस के कई बड़े नेताओं के काफिले को दरभा घाटी में घात लगाए नक्सलियों ने घेर लिया था और अंधाधूंध फायरिंग की थी. इस नरसंहार में बस्तर टाइगर महेंद्र कर्मा, नंदकुमार पटेल, उनके बेटे दिनेश पटेल, विद्याचरण शुक्ल जैसे कई बड़े नेता और कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई थी. आठ साल बाद भी इस हमले का सच सामने नहीं आ पाया है.