दंतेवाड़ा: बैलाडीला में नंदराज पर्वत को बचाने के लिए आदिवासी अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. इन सब के बीच फरमान के मुताबिक धरनास्थल पर कलेक्टर और एसपी पहुंच गए हैं. मौके पर हजारों की संख्या में जवान मौजूद हैं.
बड़ी खबर ये है कि जवान फ्लैग मार्च की तैयारी कर रहे हैं. मुनादी के बाद भी अगर गांववालों ने धरनास्थल नहीं छोड़ा तो प्रशासन कड़े कदम उठा सकता है. अभी तक संघर्ष समिति के लोग नहीं पहुंचे हैं.
एसडीएम ने 12 जून की रात 12 बजे तक आदिवासियों को धरनास्थल खाली करने का आदेश जारी किया था. साथ ही धरना स्थल खाली न करने पर एसडीएम ने कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी थी. जिसके बाद से आदिवासियों में खलबली मची है.
एसडीएम का कहना है कि सरकार ने आदिवासियों की सभी मांगें मान ली हैं. बावजूद इसके आदिवासियों का आंदोलन खत्म नहीं हुआ है. हालांकि, आदिवासियों का कहना है कि जब तक बैलाडीला डिपॉडिट-13 खदान का एमओयू रद्द नहीं कर दिया जाता है और पेड़ कटाई के साथ फर्जी ग्राम सभा की जांच नहीं करा लेती है, वे धरना पर डटे रहेंगे.
इधर, एनएमडीसी के आदेश के बाद से धरना स्थल से सभी बड़े नेता गायब हैं. धरना स्थल पर आदिवासियों की सिर्फ एक नेता सोनी सोरी अभी भी दिख रही हैं. सोनी सोरी ने बताया कि एनएमडीसी के नोटिस के बाद से सभी बड़े नेता और सरपंच यहां से गायब हैं. उन्होंने कहा कि वे यहां पर पूरी रात डटी रहेंगी. उन्होंने कहा कि वे चाहती हैं कि सभी आदिवासियों को सही सलामत उनके घर तक छोड़ा जाए. सोनी सोरी ने कहा कि, जब तक सभी आदिवासियों को उनके घर तक नहीं छोड़ा जाता वे उनके साथ हैं.