दंतेवाड़ा: जिला मुख्यालय से नक्सल प्रभावित क्षेत्र चिकपाल से मारजूम 65 किमी की सड़क को नक्सलियों ने जगह जगह खोदकर आवागमन बाधित किया. जिससे इन गांव में विकास ना पहुंचे और नक्सलियों का दबदबा बना रहे. लेकिन जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र में विकास की राह खोल दी है. पहली बार इस गांव को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए चिकपाल से मारजूम तक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सड़क का निर्माण कराया जा रहा है. इस सड़क की लंबाई 6 किमी है.
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शनिवार को पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी अति संवेदनशील ग्राम मारजूम पहुंचकर सड़क का निर्माण का निरीक्षण किया गया. इस सड़क में मिटटी, मुरूम का कार्य पूरा हो गया है. सड़क निर्माण करने वाले ठेकेदार को शीध्र अतिशीध्र निर्माण कार्य पूरा करने निर्देशित किया है. मुरूम सड़क बनने से आजादी के बाद पहली बार एम्बुलेंस ग्राम मारजूम पहुंच पाई है और लोगों को आवागमन में सुविधा हो रही है. पुलिस अधीक्षक ने निर्माण कार्य सुरक्षा में लगे जवानों का उत्साहवर्धन किया और सड़क निर्माण के संबंध में चर्चा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए.
मारजूम सड़क बनने से चिकित्सा सेवा, शिक्षा, हाट बाजार और आवागमन के बेहतर साधन उपलब्ध हो पाएगा. शासन द्वारा चलाये जा रहे योजनाओं का लाभ वहां के क्षेत्रवासियों को मिलेगा. इस दौरान पुलिस अनुविभागीय अधिकारी दन्तेवाड़ा राहुल उयके (रापुसे), प्रशिक्षु डीएसपी मनोज मण्डावी (रापुसे) थाना प्रभारी कटेकल्याण साकेत बंजारे, कम्पनी कमाण्डर करोड सिंह सीएएफ कैम्प चिकपाल और थाना कटेकल्याण स्टॉफ उपस्थित रहे.