दंतेवाड़ा: दक्षिण बस्तर में प्रशासनिक अधिकारी इन दिनों बौखलाए नक्सलियों के निशाने पर हैं. दंतेवाड़ा पुलिस ने हाल ही में एसडीएम दफ्तर की रेकी करने पहुंचे पांच लाख के इनामी नक्सली बुधरा की घेराबंदी की थी, लेकिन इनामी नक्सली रेकी करने के बाद पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया. वहीं उसके साथ देने आया टेटम गांव का सरपंच पुलिस के शिकंजे में फंस गया. पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है.
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एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने बताया कि टेटम के सरपंच से पूछताछ में कई अहम जानकारियां हाथ लगी हैं. पूछताछ के बाद सरपंच को रिहा कर दिया गया है. इस घटना के बाद कलेक्टोरेट की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. दफ्तर के भीतर जाने वालों की सुरक्षा जांच की जा रही है. कलेक्टोरेट परिसर में सुरक्षाकर्मी बढ़ा दिए गए हैं.
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प्रशासनिक अफसरों पर हमले की तैयारी
बता दें कि बस्तर में अब तक नक्सली, फोर्स के जवानों, जनप्रतिनिधियों और आम नागरिकों को ही निशाना बनाते रहे हैं. 2011 में सुकमा कलेक्टर अलेक्स पॉल मेनन के अपहरण की घटना को छोड़ दें, तो प्रशासनिक अफसरों पर हमले की कोई बड़ी घटना नहीं मिलती है.
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नक्सली गतिविधियों के मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
वहीं करीब एक हफ्ते पहले दंतेवाड़ा पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी की नक्सली अफसरों को टारगेट बनाने की फिराक में हैं. इसके तहत एसपी अभिषेक पल्लव ने मुखबिर को अलर्ट किया. जिसके बाद रेकी करने पहुंचे नक्सली की घेराबंदी भी की गई, लेकिन वह हाथ नहीं लगा. इस घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं.