दंतेवाड़ा : मंगलवार को पुलिस नक्सली मुठभेड़ में मारे गए नक्सली कमांडर कमलू के पिता ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि बीते कुछ सालों में वो कभी-कभी ही घर पर आता था. इस बीच वो कहां रहता था, इसकी जानकारी किसी को भी नहीं है.
उन्होंने कहा कि कमलू के 3 बेटे और 1 बेटी है, जो पढ़ाई कर रहे हैं. दादा का कहना है कि चारों बच्चों को पढ़ा-लिखाकर बेहतर इंसान बनाएंगे. बता दें कि मृत नक्सली कमलू भैरमगढ़ एरिया कमांडर था और इस नक्सली पर शासन ने 5 लाख रुपए का इनाम रखा था.
पिता अपनी पत्नी और बहू के साथ जिला अस्पताल पहुंचे
मंगलवार को मुठभेड़ में मारे गए नक्सली कमलू के परिजन उसका शव लेने दंतेवाड़ा पहुंचे. बेटे का शव को लेने कमलू के पिता अपनी पत्नी और बहू के साथ जिला अस्पताल पहुंचे. पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंपा गया.
बीजापुर के गांव से आए थे परिजन
मृत नक्सली के परिजन बेटे का शव लेने बीजापुर के गंगालूर थाने क्षेत्र के पुषबाका गांव से दंतेवाड़ा जिले अस्पताल पहुंचे थे. कमलू के पिता ने बताया कि कमलू सलवा जुडूम अभियान के दौरान नक्सलियों के सम्पर्क में आया था. इससे पहले वो गांव में परिवार के साथ रहता था.