दंतेवाड़ा: 9 जनवरी को नक्सलियों के दक्षिण सब जोनल ब्यूरो ने प्रेस विज्ञप्ति जारी की थी. संगठन द्वारा जारी इस प्रेस विज्ञप्ति में बस्तर के कुछ पत्रकारों पर बेबुनियाद आरोप लगाए गए थे. नक्सलियों ने सुकमा के पत्रकार लीलाधर राठी और बीजापुर के पत्रकार गणेश मिश्रा पर कॉरपोरेट घरानों से संबंध रखने का आरोप लगाया था. नक्सलियों ने जन अदालत में इसका निर्णय लेने की धमकी दी थी. पत्रकार, नक्सलियों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं. बुधवार को नक्सलियों के मांद में घुसकर पत्रकारों ने नक्सलियों की धमकी का विरोध जताया.
नक्सलियों ने कुछ दिन पहले पत्रकारों को धमकी दी थी. इसे लेकर स्थानीय लोगों और पत्रकारों में गुस्सा है. पत्रकार लगातार बाइक रैली और धरना-प्रदर्शन कर नक्सलियों की इस कायराना करतूत का विरोध कर रहे हैं. मंगलवार को पत्रकारों ने नक्सलियों के खिलाफ बीजापुर जिले के गंगालूर में बाइक रैली निकालकर विरोध जताया.इसी आंदोलन में शामिल होने पहुंचे कुछ पत्रकार गंगालूर से 10 किलोमीटर आगे नक्सलियों की मांद में घुसे और विरोध जताया.
बीजापुर: पत्रकारों ने नक्सलियों से मांगा जवाब
नक्सली स्मारक के सामने पत्रकारों ने विज्ञप्ति वापस लेने का लगाया नारा
नक्सलियों की मांद में घुसते ही एक जोरदार धमाका हुआ. देखते ही देखते सैकड़ों लोग इकट्ठा होकर पत्रकारों से पूछताछ करने लगे. उन्होंने पत्रकारों के मोबाइल मांग कर अपने पास रख लिए. पत्रकारों की नाराजगी के बाद किसी नक्सली कमांडर के आने की बात कहकर उन्हें रुकवा कर रखा गया. कुछ ही देर बाद गंगालूर में बैठे पत्रकारों को इसकी जानकारी लग गई. सभी पत्रकार उसी नक्सली स्मारक के पास पहुंचे. नक्सली कमांडर ने पत्रकारों से मिलने से मना कर दिया. जिसके बाद सभी पत्रकार वापस लौट आये.