दंतेवाड़ा : नक्सलियों ने बचेली और भांसी के बीच रेल इंजन (Naxalites burnt railway engine in Dantewada) को आग के हवाले कर दिया. घटना मंगलवार देर रात की है. इंजन को आग के हवाले कर मौके पर नक्सलियों ने बैनर-पोस्टर भी फेंके हैं. नक्सलियों ने रेल लाइन पोल क्रमांक 435 के पास इस घटना को अंजाम दिया है. इस कारण किरंदुल-विशाखापट्टनम रेल मार्ग बाधित हो गया है. वहीं घटनास्थल पर सुरक्षाबल की टीम के साथ ही रेलवे की टीम भी पहुंची है. नक्सलियों की इस हरकत की वजह से किरंदुल-विशाखापट्टनम मार्ग अब भी बाधित है. जल चुके इंजन को पटरी से हटाने का काम किया जा रहा है. रेल अधिकारियों का कहना है कि इससे रेलवे को करोड़ों के नुकसान की आशंका है.
एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने दी जानकारी
भांसी नक्सली कांड पर एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जिस इंजन में आगजनी की गई थी.उसे सुचारू रुप से चालू किया गया है. एसपी ने बताया कि नक्सलियों ने मालगाड़ी के ड्राइवर और लोको पायलट को नीचे उतार कर इंजन में आग लगा दी थी. वारदात की जानकारी के बाद एसडीओपी कमलजीत पाटले और भांसी थानेदार के अगुवाई में फोर्स मौके के लिए रवाना किया गया था. जिसके बाद रेलवे की टीम ने बाधित मार्ग को सुचारु रुप से चालू किया. रेलवे को करोड़ों के नुकसान होने का संभावना है.पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है
दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने पेड़ और सड़क काटकर यातायात किया बाधित
पहले भी ऐसी करतूत कर चुके हैं नक्सली
नवंबर 2021 में केके रेलवे लाइन पर भांसी थाना इलाके के कामालूर-भांसी के बीच नक्सलियों ने पटरी उखाड़ दी थी. इससे वहां रेलगाड़ी बेपटरी हो गई. लेकिन सुखद बात यह रही कि रेल की गति कम होने से किसी तरह के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ था. नक्सलियों ने रेल इंजन पर अपना बैनर भी बांध दिया था.
28 जनवरी 2020 को भी भांसी और कामालूर के बीच नक्सलियों ने कई पेड़ काटकर पटरी पर फेंक दिए थे. कामालूर खंभा नंबर 422 की पटरी पर लोहे के टुकड़े रख दिए थे. इसी बीच ट्रैक से गुजर रही मालगाड़ी के लोको पायलट ने सूझबूझ से काम लेते हुए समय पर रोक लिया. इससे बड़ा हादसा होने से टल गया था.