दंतेवाड़ा : बारसूर के ग्राम तुमरीगुण्डा के जंगल सर्चिंग के दौरान एक नक्सली गिरफ्तार हुआ है. दंतेवाड़ा पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी जिले में नक्सल उन्मूलन अभियान चला रहे हैं, जिसके तहत पांच अप्रैल को डीआरजी दंतेवाड़ा बल को इन्द्रावती एरिया में नक्सलियों के मौजूदगी की सूचना मिली. इसके बाद थाना बारसूर के ग्राम तुमरीगुण्डा के जंगल की ओर टीम रवाना हुई. ग्राम तुमरीगुण्डा के जंगल में टीम को एक संदिग्ध देखकर भागने लगा, जिसे पुलिस पार्टी ने घेराबंदी कर पकड़ा .
कौन है पकड़ा गया आरोपी : पकड़े गये संदिग्ध व्यक्ति ने पूछताछ करने पर अपना नाम छन्नू राम उर्फ सन्नू बताया. सन्नू बारसूर जिला नारायणपुर के प्रतिबंधित नक्सली संगठन में इन्द्रावती एरिया कमेटी के काकवर पंचायत विकास शाखा अध्यक्ष के पद पर था. आरोपी के खिलाफ थाना बारसूर में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. आरोपी के कबूलनामे के बाद उसे विधिवत गिरफ्तार करके जेल दाखिल कराया गया है.
बीजापुर से भी नक्सली हुए गिरफ्तार : बीजापुर पुलिस और कोबरा बटालियन के जवान नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सर्च अभियान चलाते हैं. पिछले दिनों इसी सर्च अभियान में पुलिस को बड़ी सफलता मिली थी. मिलिशिया कैडर्स के ग्रामीणों के साथ बैठक करने की सूचना पुलिस को मिली. इसके बाद थाना बासागुड़ा और कोबरा 210 का संयुक्त बल सारकेगुड़ा कोरसागुड़ा की ओर रवाना हुआ. गश्त सर्चिंग के दौरान कोरसागुड़ा के जंगल में एक संदिग्ध व्यक्ति पुलिस टीम को देखकर छिप रहा था, जिसे घेराबंदी करके पकड़ा गया.
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पकड़ा गया ग्रामीण नक्सली : पकड़े गए ग्रामीण का नाम पदम दामा उर्फ सुरैया है, जिसकी उम्र 35 साल है. सुरैया को पिछले कई नक्सली घटनाओं का मास्टर माइंड माना जाता है. लिहाजा पुलिस इसकी तलाश कर रही थी. पदम दामा पर 17 अगस्त 2012 को चिलकापल्ली के जंगल में फायरिंग करने, 2 अक्टूबर 2012 को आउटपल्ली लाचरगुट्टा के पास पुलिस पार्टी पर बम ब्लास्ट कर फायरिंग करने, 6 अगस्त 2016 को राजपेंटा पुलिया के पास प्रेशर आईईडी लगाने, 27 दिसंबर 2016 को बासागुड़ा पोटाकेबिन के पास डायरेक्शनल पाइप बम ब्लास्ट करने की घटना में शामिल होने के आरोप हैं.