दंतेवाडा: दंतेवाड़ा एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव पर नक्सली नेता साईंनाथ ने पत्र जारी कर खुलेआम कानून का उलंघन करने का आरोप लगाया है. नक्सली का आरोप है कि एसपी गैर कानूनी तरीके से नक्सली नेता चैतू, विनोद और देवा को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. साथ ही नक्सली नेता ने पुलिस पर लोन बर्राटू अभियान के तहत निर्दोष आदिवासियों को आत्मसमर्पण करवाने और जेल भेजने का आरोप भी लगाया है. नक्सलियों ने काकारी पंचायत में पुलिस कैंप का विरोध भी किया है. वहीं SP ने दावा किया है कि नक्सली दहशत में हैं. दंतेवाड़ा जिला जल्द ही नक्सल मुक्त होगा.
एसपी ने की सरेंडर करने की अपील
दरअसल दंतेवाड़ा एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने लोन वर्राटू अभियान के तहत नक्सलियों से आत्मसमर्पण करने की अपील की है. साथ ही एसपी ने कहा है कि जिले में उत्पात मचाने वाले नक्सलियों के आत्मसमर्पण नहीं करने पर, अगले 6 महीनों में ऑपरेशन लॉन्च कर नक्सलियों को ढेर कर दिया जाएगा.
दंंतेवाड़ा: आत्मसमर्पण नहीं करने पर मुठभेड़ में किया जाएगा नक्सलियों को ढ़ेर: एसपी
छत्तीसगढ़ सरकार और NIA ने घोषित किया है इनाम
एसपी ने बताया कि मलंगिर एरिया कमेटी के सक्रिय नक्सली चैतू, देवा, विनोद और अन्य नक्सलियों के खिलाफ अलग-अलग मामलों को लेकर थानों में अपराध दर्ज है. यह सभी नक्सली ऑटोमेटिक हथियार लेकर घूमते हैं. जिन पर छत्तीसगढ़ सरकार और NIA (National Investigation Agency) ने इनाम भी घोषित कर रखा है.
क्या है लोन वर्राटू
नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने के लिए साल 2005 में भी अभियान चलाया जा चुका है. राज्य सरकार द्वारा बनाये गए पुनर्वास नीति में समय-समय पर बदलाव कर नक्सलियों की इनाम की राशि भी बढ़ाई जाती रही है. इसी दिशा में अब लोन वर्राटू (घर वापसी अभियान) की भी शुरुआत की गई है. जिसमें अब सरेंडर करने वाले नक्सलियों को केवल पुलिस में ही नौकरी नहीं मिलेगी, बल्कि उनकी रुचि और कौशल के आधार पर नौकरी-रोजगार के साथ सभी साधन मुहैया कराने की नीति बनाई गई है.