दंतेवाड़ा: साल 2022 समाप्ति के नजदीक है और नए साल का आगमन होना है. dantewada year ender 2022 ऐसे में नक्सलगढ़ कहे जाने वाले दंतेवाड़ा के लिए साल 2022 बेमिसाल रहा. दंतेवाड़ा की किन घटनाओं ने सुर्खियां बंटोरी. दंतेवाडा के किन लोगों ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई. आइए यहां दंतेवाड़ा साल 2022 की सुर्खियों पर नजर डालें...
- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गरीबी उन्मूलन की विभिन्न योजनाओं से गरीबी हटाने को लेकर प्रायसरत हैं. महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए नवा दंतेवाड़ा गारमेन्ट फैक्ट्री की शुरूआत 31 जनवरी 2021 को गीदम विकासखण्ड के ग्राम पंचायत हारम में की गई. इससे बने कपड़े को डेनेक्स ब्राड का नाम दिया गया है. डेनेक्स का अर्थ है 'दन्तेवाड़ा नेक्स्ट' इस ब्रांड में दन्तेवाड़ा जिले की समृद्धि परम्परा एवं संस्कृति की झलक प्रदर्शित होती है. अब तक 1500 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला है. गारमेंट फैक्ट्री की दूसरी यूनिट बारसूर में स्थापित की जा चुकी है, तीसरी यूनिट नक्सल प्रभावित क्षेत्र विकासखण्ड कटेकल्याण, छिंदनार में की गई है. डेनेक्स की चारों युनिट में 1200 परिवारों को रोजगार देने का लक्ष्य है. साल 2022 में इस ब्रांड ने धूम मचाई. जिससे बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्र दंतेवाड़ा को एक नई पहचान मिली है.
- दंतेवाड़ा नक्सल प्रभावित क्षेत्र जिला मुख्यालय से मारजूम गांव 65 किमी दूर है. इस गांव में पहुुंचने के लिए आज तक सड़क मौजूद नहीं थी. पहली बार इस गांव को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए चिकपाल से मारजूम तक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत सड़क का निर्माण कराया गया. मुरूम सड़क बनने से आजादी के बाद पहली बार एंबुलेंस मारजूम गांव पहुंच पाई है और लोगों को आवागमन में सुविधा हुई. मारजूम सड़क बनने से चिकित्सा सेवा, शिक्षा, हाट बाजार और आवागमन के बेहतर साधन उपलब्ध हुई. जिससे शासन की ओर से चलाए जा रही योजनाओं का लाभ वहां के क्षेत्रवासियों को मिलेगा. पुलिस प्रशासन नक्सल क्षेत्र में सड़क बना पाना अपने आप में एक उपलब्धि है.
- Thailand Open 2022 दंतेवाड़ा के चार खिलाड़ियों ने थाईलैंड के पटाया में आयोजित थाईलैंड ओपन इंटरनेशनल अर्बन गेम्स 2022 में इतिहास रचा. दंतेवाड़ा जिले के चार खिलाड़ियों ने इस प्रतियोगिता में तीन स्वर्ण पदक और एक रजत पदक हासिल किया. जिससे पूरे छत्तीसगढ़ का नाम रौशन हुआ है.
- दंतेवाड़ा में साल 2022 में बारिश ने काफी तबाही मचाई. यहां जुलाई और अगस्त के महीने में जिले हुई लगातार वर्षा से नदी नाले उफान पर थे. भारी बारिश के कारण आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. बारिश के कारण मोखपाल से कटेकल्याण ब्लॉक मुख्यालय को जोड़ने वाली सड़क जगह जगह से कट गई. कई गांवों का संपर्क टूट गया था.
- दंतेवाड़ा जिले में स्थानीय युवाओं ने रोजगार की मांग को लेकर NMDC कार्यालय का घेराव भी किया इस घटना ने काफी सुर्खियां बटोरी. जिसमें 12 पंचायतों के हजारों बेरोजगार युवक युवती लगातार तीन दिन बचेली प्लांट के चेकपोस्ट में आंदोलन पर बैठे गए थे. स्थानीय युवाओं के आंदोलन में बैठने से 3 दिन में NMDC बचेली प्लांट में प्रोडक्शन कंपनी को 40 करोड़ से ज्यादा का नुकसान झेलना पड़ा था.
- पर्यटक नगरी बारसूर स्थित इंद्रावती नदी तट पर पिकनिक मनाने गए एक ही परिवार के 4 लोगों की दर्दनाक मौत 2022 की दर्दनाक घटना थी. जिसे लोग आज भी याद कर सहम जाते हैं.
- दंतेवाड़ा में आजादी के बाद पहली बार जिला स्वास्थ्य विभाग ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र लोहा गांव में मेडिकल कैंप लगाया. स्वास्थ टीम को 8 पहाड़, 4 नदियां और करीब 12 किमी का पैदल सफर तय करना पड़ा. पहाड़ पर बसे लोहा गांव की जनसंख्या सिर्फ 125 है. इस गांव में चार एमबीबीएस डॉक्टरों समेत 25 सदस्यीय टीम पहुंची. इस टीम ने पेड़ के नीचे मेडिकल कैंप लगाया. 105 ग्रामीणों का इलाज किया.
- डेनेक्स ने 11 हजार मीटर चुनरी निर्माण कर कीर्तिमान स्थापित किया. जिले के डैनेक्स नवा गारमेन्ट फैक्ट्री में कार्यरत महिलाओं ने 11 हजार मीटर की चुनरी दंतेश्वरी माई जी को अर्पित करने बड़ी उत्साह के साथ तैयार की. फैक्ट्री की 300 महिलाओं ने अपनी महेनत और लगन से 11 हजार मीटर की चुनरी एक हफ्ते में तैयार की थी.