दंतेवाड़ा: जिले में लगने वाले साप्ताहिक बाजार में दूरदराज से ग्रामीण दंतेवाड़ा पहुंचते हैं. बाजार में आए ग्रामीणों की प्यास बुझाने के लिए जिला प्रशासन और नगरीय प्रशासन ने लाखों की लागत से वाटर एटीएम खोला था. ताकि राहगीर और ग्रामीणों को साफ पानी मिल सके. लेकिन वाटर एटीएम अब कबाड़ हो चुके हैं. ऐसे में ग्रमीणों और राहगीरों की समस्याओं का जायजा लेने ईटीवी भारत की टीम मौके पर पहुंची.
लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ रहा: लोगों की सुविधा के लिए नगर पालिका ने लाखों रुपए खर्च कर वाटर एटीएम लगाए थे. लेकिन सालों से एटीएम बंद पड़े होने के कारण दूरदराज से आने वाले ग्रामीणों और राहगीरों को पानी के लिए भटकना पड़ रहा है. लोगों का कहना है कि वाटर एटीएम खराब होने के कारण पानी नहीं मिल पाता है. जिसके वजह से मजबूरन उन्हें मार्केट से पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है. नगर पालिका ने शहर में जगह जगह प्याऊ की व्यवस्था की है. लेकिन प्याऊ में कोई आदमी नजर नहीं आता जो कि पानी पिलाए. प्याऊ में पानी तक नहीं है.
"नगर पालिका लोगों को गर्मी से निजात दिलाने का दावा कर रही है. पालिका चौक चौराहों पर लोगों के लिए साफ पानी की व्यवस्था का दावा कर रही है. लेकिन धरातल में कुछ और ही नजारा दिख रहा है. दंतेवाड़ा जिले में लाखों की लागत से वाटर एटीएम खोले गए हैं. जो सालों से बंद पड़े हैं और मरम्मत नहीं होने के कारण कबाड़ हो रहे हैं. 25 मई से नौतपा की शुरुआत हो रही है. इस दौरान भीषण गर्मी पड़ती है. प्रशासन इस समस्या को लेकर गंभीर नहीं है. लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ रहा है." -चेतराम अटमी, भाजपा अध्यक्ष
वाटर एटीएम हो रहे कबाड़: दंतेवाड़ा जिले में भी अलग-अलग कंपनियों के 6 वाटर एटीएम लगाए गए हैं. जिनमें से केवल 3 वाटर एटीएम ही चालू हालत में हैं. जबकि 3 वाटर एटीएम सालों से बंद पड़े हैं और कबाड़ हो गए हैं. इस मामले को लेकर अब जिम्मेदार अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी बच रहे हैं.