दंतेवाड़ा: शीतला माता मंदिर में वार्षिक जात्रा का आयोजन किया गया. इसमें ब्लॉक मुख्यालय के अलावा दंतेवाड़ा, बारसूर जैसे दूर दराज इलाको से भी लोग पहुंचे. इस मेले में आसपास के व्यापारी अपनी दुकान लगाते हैं. ग्रामीण अपने जरूरत के सामान खरीदते हैं. परम्पराओं के कारण भी जात्रा में पहुंचने वाले लोग कुछ न कुछ सामान जरूर खरीदते हैं.
बस्तर अंचल में जात्रा का विशेष धार्मिक महत्व होता है. इसमें ग्रामीण अपने देवी-देवताओं के साथ एकत्रित होते हैं. इन जात्राओं में क्षेत्र के विकास और खेती, बाड़ी में समृद्धि की कामना की जाती है. मंदिर के पुजारी के मुताबिक माता के सम्मान में यह उत्सव शुरू किया गया था. चेचक सहित अन्य बीमारियों से निदान की और क्षेत्र की खुशहाली की कामना की जाती है.
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भक्तों का तांता
मेले में पहुंचने वाले ग्रामीण माता के प्रति अपना सम्मान प्रदर्शित करने के लिये चढ़ावा के रूप में नारियल, फल व अन्य चीजें माता को अर्पित करते हैं. माता के प्रसाद को लोग अपने घर भी ले जाते हैं. गीदम ब्लॉक में स्थित शीतला माता मंदिर में हर साल अगहन महीने में मंगलवार को आयोजित होने वाली सालाना जात्रा का आयोजन होता है. सुबह से ही माता मंदिर में विशेष पूजा अनुष्ठान का आयोजन किया गया. माता के दर्शनों के लिये दिन भर भक्तों का तांता लगा रहा.