दंतेवाड़ा: लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर एक इनामी सहित दो नक्सलियों ने समर्पण किया है. नक्सलियों ने सीआरपीएफ डीआईजी विनय कुमार सिंह, एसपी सिद्धार्थ तिवारी के सामने सरेंडर किया. सरेंडर इनामी नक्सली पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था. सरेंडर करने वाले नक्सलियों में मलांगिर एरिया कमेटी अंतर्गत पोटाली पंचायत जनताना सरकार अध्यक्ष जोगा मंडावी उर्फ लामी जोगा व मिलिशिया सेक्शन कमांडर केसा मंडावी शामिल हैं. Dantewada Naxalites surrenders
दंतेवाड़ा में इनामी नक्सली का सरेंडर: जोगा एक लाख का इनामी है. जबकि इन दोनों नक्सलियों पर पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा की तरफ से 10-10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित है. एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बताया "दोनों ही सरेंडर नक्सली कई घटनाओं में शामिल रहे हैं. लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 137 इनामी सहित 552 नक्सलियों ने सरेंडर किया है." एसपी ने एक बार फिर नक्सलियों से नक्सलवाद छोड़ने की अपील की.
दंतेवाड़ा में लोन वर्राटू के तहत महिला नक्सली का सरेंडर
क्या है लोन वर्राटू अभियान ?: लोन वर्राटू गोंडी शब्द है जिसका अर्थ 'घर वापस आइए' होता है. इस अभियान से ग्रामीणों को जोड़ने के लिए पुलिस ने सरेंडर कर चुके नक्सलियों के नाम बैनर में लगाए हैं. ताकि ग्रामीण अपने उन लोगों को यह बात बता सके जो लाल आतंक से जुड़े हुए हैं. ग्रामीण भी अपने गांव के नक्सलियों को आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा से जुड़ने की अपील कर रहे हैं. यही वजह है कि लोन वर्राटू अभियान के तहत आदिवासी लगातार नक्सल संगठन छोड़ मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं. Lone Varratu campaign in Dantewada
जून 2020 में लोन वर्राटू अभियान की हुई थी शुरुआत: दंतेवाड़ा पुलिस ने जून 2020 को लोन वर्राटू अभियान (घर वापस आइए अभियान) की शुरुआत की थी. पुलिस ने ग्राम पंचायतवार नक्सलियों की सूची जारी कर गांवों में चस्पा कराया था. इस अभियान के तहत 128 इनामी नक्सलियों सहित कुल 535 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. सरेंडर करने वाले नक्सलियों में कई कमांडर स्तर के भी नक्सली शामिल हैं. इस अभियान की तारीफ सीएम भूपेश बघेल भी कर चुके हैं.