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दंतेवाड़ा: फर्जी डॉक्टर पर केस दर्ज, स्वास्थ्य विभाग ने दिए रिकवरी के आदेश

गीदम के जावंगा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ फर्जी डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. आरोपी डॉक्टर से नौकरी के दौरान लिए वेतन की रिकवरी के लिए भी आदेश दिए गए हैं. फिलहाल आरोपी डॉक्टर अभी भी पुलिस गिरफ्त से फरार है.

फर्जी डीग्री के सहारे 9 महीने तक की सर्विस
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Published : Jul 27, 2019, 1:00 PM IST

दंतेवाड़ा: गीदम के जावंगा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर रोशन मिश्रा के खिलाफ फर्जीवाड़े का केस दर्ज कर लिया गया है. रोशन मिश्रा पर फर्जी डिग्री के आधार पर 9 महीने तक डॉक्टर बनकर नौकरी करने का आरोप है. इस दौरान आरोपी डॉक्टर हर महीने 95 हजार रुपये वेतन ले रहा था.

पीएचसी डॉक्टर निकला मुन्नाभाई एमबीबीएस

9 महीने तक बना रहा डॉक्टर
बताते हैं आरोपी रोशन मिश्रा डॉक्टर बनकर जावंगा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 9 महीने काम करते रहा. इसी बीच किसी ने उसकी शिकायत स्वास्थ्य विभाग से कर दी. जिसके बाद वो करीब 6 महीने से फरार है. मामले में जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. नेतराम नवरत्न ने बताया कि मामले की जांच डिप्टी कलेक्टर प्रकाश कुमार भारद्वाज से कराई गई है. उन्होंने कहा कि जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. जिसकी जांच की जा रही है. सीएमओ ने कहा कि आरोपी को काम के दौरान दी गई वेतन की रिकवरी के लिए नोटिस जारी किया गया है. उन्होंने बताया, आरोपी से 12 से 15 लाख रुपये तक वसूले जाएंगे. हालांकि आरोपी रोशन मिश्रा अभी भी पुलिस गिरफ्त से फरार है.

दंतेवाड़ा: गीदम के जावंगा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर रोशन मिश्रा के खिलाफ फर्जीवाड़े का केस दर्ज कर लिया गया है. रोशन मिश्रा पर फर्जी डिग्री के आधार पर 9 महीने तक डॉक्टर बनकर नौकरी करने का आरोप है. इस दौरान आरोपी डॉक्टर हर महीने 95 हजार रुपये वेतन ले रहा था.

पीएचसी डॉक्टर निकला मुन्नाभाई एमबीबीएस

9 महीने तक बना रहा डॉक्टर
बताते हैं आरोपी रोशन मिश्रा डॉक्टर बनकर जावंगा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 9 महीने काम करते रहा. इसी बीच किसी ने उसकी शिकायत स्वास्थ्य विभाग से कर दी. जिसके बाद वो करीब 6 महीने से फरार है. मामले में जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. नेतराम नवरत्न ने बताया कि मामले की जांच डिप्टी कलेक्टर प्रकाश कुमार भारद्वाज से कराई गई है. उन्होंने कहा कि जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. जिसकी जांच की जा रही है. सीएमओ ने कहा कि आरोपी को काम के दौरान दी गई वेतन की रिकवरी के लिए नोटिस जारी किया गया है. उन्होंने बताया, आरोपी से 12 से 15 लाख रुपये तक वसूले जाएंगे. हालांकि आरोपी रोशन मिश्रा अभी भी पुलिस गिरफ्त से फरार है.

Intro:दंतेवाड़ा। फर्जी डॉ रोशन मिश्रा के खिलाफ सवास्थ्य विभाग ने थाना में एफआई आर दर्ज करवाई है। फर्जी दस्तावेजों से करीब एक साल तक नौकरी करने वाले डॉ के खिलाफ थाना पुलिस ने आईपीसी की धारा 419,420,467,468 और 471 के तहत मामला पंजीबद्ध किया है। अब जल्द ही टीम गठित कर उसकी गिरफ्तारी होगी।




Body:गीदम पीएचसी में 9 माह तक करता रहा नौकरी
जावंगा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में रोशन मिश्रा नौकरी करता रहा। 9 माह तक उसने शासन से पैसा भी लिया। उसके इस शातिर अंदाज को कोई नही पकड़ सका। स्वास्थ्य विभाग में चर्चा है रोशन की नियुक्ति के दौरान दस्तावेजों को नही खंगाला गया। यफी उस दौरान ही जनवः हो जाती तो महकमा शर्मशार नही होता। नियुक्ति करने वालो पर भी करवाई होनी चाहिए।

12 से 15 लाख रुपए की होगी रिकबरी
जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ नेतराम नवरत्न ने बताया कि उसके खिलाफ जो नही दस्तावेज जांच के बाद एकत्र हुए है उन सभी को थाना में दे दिया गया है। आवेदन भी दे दिया दिया है। अभी जांच जारी है। करीब एक साल तक फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी करता रहा है। रोशन मिश्रा पर 12 से 15 लाख की रिकबरी निकली है।



Conclusion:थाना प्रभारी खांडेकर का कहना है। दस्तावेजों की कूट रचना करना और धोखाधड़ी करने का थाना में अपराध पंजीबद्ध किया गया। जल्द ही टीम तैयार कर उसकी गिरफ्तारी के लिए भेजी जाएगी।
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