दंतेवाड़ा : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाल ही में लांच किए गए दंतेवाड़ा का ब्रांड डेनेक्स का ट्राइफेड के साथ अनुबंध हुआ है. इस अनुबंध के साथ ही दंतेवाड़ा का गारमेंट ब्रांड डेनेक्स नई ऊंचाइयां छूने को तैयार है.
दंतेवाड़ा जिले में गरीबी उन्मूलन के लिए कलेक्टर दीपक सोनी की पहल पर इस गारमेंट फैक्ट्री शुरू की गई है. इस अत्याधुनिक फैक्ट्री में महिलाओं को नियमित रूप से रोजगार उपलब्ध कराने के लिए इन उत्पादों की बिक्री के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. इसी क्रम में ब्रांड का ट्राइफेड के साथ अनुबंध किया गया. कलेक्टर दीपक सोनी, वनमण्डालाधिकारी संदीप बलगा, डिप्टी कलेक्टर मुकेश कुमार गोंड और ट्राइफेड के रिजनल हेड पीके पाण्डा की मौजूदगी में एमओयू (अनुबंध) किया गया.
नवा दंतेवाड़ा गारमेंट फैक्ट्री 'डैनेक्स' का सीएम ने किया उद्घाटन
देश-विदेश में मिलेगी पहचान
शक्तिपीठों में से एक मां दंतेश्वरी की पावन धरा और नैसर्गिक सौंदर्य से भरे खूबसूरत दंतेवाड़ा में पर्यटन के साथ रोजगारोन्मुखी योजनाएं भी अब देखने को मिल रही है. कलेक्टर दीपक सोनी की पहल और प्रयासों से जहां एक ओर यहां के देवगुड़ी ख्याति पा रहें हैं, वहीं दूसरी ओर यहां के हुनरमंद ग्रामीण अब वस्त्र उद्योग में अपना हाथ आजमा रहे हैं. इस अनुबंध से नवा दंतेवाड़ा गारमेंट फैक्ट्री की कार्यरत महिलाओं को उत्पादों की बिक्री के लिए मार्केट मिला है. इस अनुबंध से दंतेवाड़ा ब्रांड देश-विदेश में पहुंचेगा. साथ ही आत्मनिर्भर होकर दंतेवाड़ा माड़ाकाल का संकल्प पूरा करेगा.
महिलाओं को दी गई ट्रेनिंग
नवा दंतेवाड़ा गारमेंट फैक्ट्री के नाम से जिले में वस्त्र उद्योग की पहली यूनिट जिले के गीदम विकासखंड के हारम ग्राम पंचायत में खोली गई है. जहां दो पाली में 300 परिवारों को रोजगार प्रदान किया गया है. इसमें उन्हें शुरुआत में 45 दिन का प्रशिक्षण देकर कैंची पकड़ना, कटाई, सिलाई, फिनिशिंग, इस्त्री करना, पैकेजिंग जैसी बेसिक चीजें सिखाई गई. फैक्ट्री में तमाम आधुनिक तकनीकों से काम किया जा रहा है.
और भी यूनिट किए जाएंगे स्थापित
इस भव्य फैक्ट्री में यहां कार्यरत लोगों के लिए प्रशिक्षण रूम, किचन, डाइनिंग रूम, रेस्ट रूम, बच्चों के खेलने के लिए रूम, गार्डन, शौचालय जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है. यहां कार्यरत लोगों को प्रतिमाह में 6 से 8 हजार तक की सैलरी दी जाएगी. भविष्य में दंतेवाड़ा, बारसूर और बचेली में भी यूनिट स्थापित किया जाएगा, जिससे जिले के 1 हजार परिवार को रोजगार मिलेगा. ये प्रयास दंतेवाड़ा जिले में गरीबी उन्मूलन के लिए नींव का पत्थर साबित होगा.