दंतेवाड़ा: दीपावली के बाद छठ पूजा, हिंदुओं का छठ सबसे बड़े त्योहार है. इस व्रत को छठ पूजा, सूर्य षष्ठी पूजा और डाला छठ के नाम से भी जाना जाता है. इस बार छठ पूजा (Chhath Puja) 8 नवंबर से 11 नवंबर तक है. उत्तर भारत और खासतौर से बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड में इस त्योहार का बेहद खास महत्व होता है.
लेकिन इस त्यौहार छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र दंतेवाड़ा (Naxal Affected Area Dantewada) जिले में भी सीआरपीएफ जवानों की तरफ से धूमधाम से मनाया जाता है. जोकि अपने घर परिवार से दूर रहकर देश की सेवा में नक्सल प्रभावित क्षेत्र में कार्यरत है और अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इस त्यौहार को धूमधाम से मनाने के लिए हर साल सीआरपीएफ 111 बटालियन की ओर से मां दंतेश्वरी के धाम नदी तट पर बड़ा आयोजन किया जाता है. जिसमें सीआरपीएफ बटालियन (CRPF Battalion) के 200 परिवार शामिल होते हैं और इस त्यौहार को धूमधाम से मनाते हैं.
आज सूर्य देवता (Sun God) को पहला अर्घ्य दिया जाना है. शाम को बांस की टोकरी में फलों, ठेकुआ, चावल के लड्डू आदि से अर्घ्य का सूप सजाया जाता है. जिसके बाद व्रतृि अपने परिवार के साथ सूर्य को अर्घ्य देती देंगे. जिसके लिए सीआरपीएफ जवानों की ओर से नदी तट पर पूरी तैयारी कर ली गई है.