दंतेवाड़ाः छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दंतेवाड़ा (Dantewada) में मां दंतेश्वरी (Maa Danteshwari) का दरबार 52 शक्तिपीठों (52 Shaktipeeth) में से एक है. कहा जाता है कि देवी सती के दांत यहीं गिरे थे, यहीं कारण है कि मां दंतेश्वरी (Maa Danteshwari) के नाम से मां यहा विराजमान हो गई हैं. इसलिए इस स्थान का नाम दंतेवाड़ा (Dantewada) रखा गया. आज से मां दुर्गा (Maa Dantewada) का नवरात्र शुरु हो चुका है. वहीं, कोरोना (Cororna) के कहर के बीच प्रोटोकॉल (Protocol) का पालन करते हुए मां दंतेश्वरी मंदिर (Maa Danteshwari Temple) में नवरात्र (Navratra) के पहले दिन मां के भक्तों ने मां का दर्शन किया.
कोविड के नियमों को मानते हुए किया दर्शन
वहीं, श्रद्धालुओं की कतार मंदिर के बाहर तक सुबह से ही दिख रही है. इतना ही नहीं सब मास्क के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करते नजर आये. वहीं, टेंपल कमेटी की ओर से जारी निर्देशों को मानते हुए उन्हीं श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति मिली जो कोविड जांच करवा चुके थे.
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52 शक्तिपीठों में एक हैं मां दंतेश्वरी का दरबार
बता दें कि मां दंतेश्वरी का दरबार 52 शक्तिपीठों में एक माना जाता है. मान्यता है कि यहां जो भी श्रद्धालु मां दंतेश्वरी के दरबार में आकर अपनी मनोकामना मांगते है. वो जरूर पूरी होती है. नवरात्र के पहले दिन मां दंतेश्वरी का स्वरूप में भक्तों ने मां शैलपुत्री का दर्शन किया. बताया जा रहा है कि सुबह 11:00 बजे तक 5001 दीपक को टेंपल कमेटी द्वारा प्रज्वलित किया गया.
मंदिर के बाहर मेडिकल कैंप की व्यवस्था
बताया जा रहा है कि टेंपल कमिटी द्वारा बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए काउंटर पर रुकने की व्यवस्था है. साथ ही बाहरी श्रद्धालुओं के मेडिकल चेकअप के लिए मेडिकल टीम की व्यवस्था की गई है. वहीं, जिला पुलिस बल द्वारा आने-जाने वाले लोगों को समझाइश दी जा रही है. वहीं, आज नवरात्र के पहले दिन के मौके पर श्रद्धालुओं की लंबी कतार मंदिर के बाहर तक दिखी.