दंतेवाड़ा: जिले में चिटफंड कंपनियों ने जाल बिछाकर लोगों के लाखों रुपए हजम कर ली हैं. ये कंपनियां महानगरों के साथ ग्रामीण इलाकों में भी लोगों को ठग रही है. पुलिस ने आंवराभाटा दंतेवाड़ा की रहनी वाली सुमिश्रा कश्यप ने साईं प्रसाद कंपनी के डायरेक्टर, सीईओ और स्थानीय मैनेजर आदि के खिलाफ आवेदन किया है. सुमित्रा के अनुसार कंपनी ने पांच साल में राशि डेढ़ गुना करने का आश्वासन दिया था.
पुलिस में की गई शिकायत
उन्होंने 66 हजार 740 रुपए 13 नवंबर 1913 में कंपनी में निवेश किए, लेकिन समय बीतने के बाद भी राशि नहीं मिल रही है. इसी तरह पुरनतरई के सरजूराम नाग ने बीएनपी चिटफंट कंपनी के धमतरी निवासी रविंद्र साहू, सुरेंद्र शर्मा अैर बालोद के उभयराम के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. सरजूराम ने वर्ष 2009-10 में दो लाख 30 हजार 900 रुपए जमाकर उसने स्कीम खरीदा, लेकिन दोगुनी राशि तो छोड़, मूलधन भी नहीं मिला. जब पतासाजी की, तो स्थानीय एजेंट ने कंपनी फरार होने की बात कहते हुए खुद बच निकला. कंपनी के संचालकों के नाम व पते पर पुलिस में शिकायत की गई है. इसी तरह साईप्रकाश कंपनी के खिलाफ ग्राम चीतालूर निवासी जयराम नागेश ने मामला दर्ज कराया.
कंपनियों के खिलाफ होगी कार्रवाई
कंपनी ने जयराम से भी ढ़ाई साल में दोगुनी राशि वापस देने का लालच दिया था. इन तीन लोगों ने लिखित आवेदन दिया है जबकि पूछताछ में और भी लोगों नें कंपनियों में राशि फंसने की बात कही है. एसपी अभिषेक पल्लव ने कहा है कि लोगों की शिकायत के बाद तीनों कंपनियों के खिलाफ पुलिस ने भादवि की धारा 420 और 34 के तहत अपराध दर्ज किया है. कोतवाली थाने में चिटफंड कंपनियों के दस्तावेज मंगाए जा रहे हैं. पुलिस संबंधित कंपनी संचालक और पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी.